बिहार से सटे नेपाल के इस गाँव में क्यों खाने तक के पड़े लाले
बिहार से सटे नेपाल के इस गाँव में क्यों खाने तक के पड़े लाले

By Amit Baijnath Garg

नेपाल के मेलम्ची गाँव के बाशिंदे बाढ़ के ढाई साल बाद भी उबरने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सरकारी सहायता के अभाव में हालात सामान्य नहीं हो पा रहे हैं। पढ़िए मेलम्ची गाँव से ग्राउंड रिपोर्ट -

ग्रेट निकोबार आईलैंड में प्रस्तावित बुनियादी ढांचा परियोजना एक बड़ी मूर्खता
ग्रेट निकोबार आईलैंड में प्रस्तावित बुनियादी ढांचा परियोजना एक बड़ी मूर्खता

By Pankaj Sekhsaria

यह परियोजना प्राचीन द्वीप, इसकी अमूल्य जैव विविधता और मूल निवासियों के साथ-साथ भारी निवेश को भी खतरे में डाल रही है।

आईआईटी मद्रास की इस तकनीक से समुद्र की लहरों से पैदा होगी बिजली
आईआईटी मद्रास की इस तकनीक से समुद्र की लहरों से पैदा होगी बिजली

By India Science Wire

इस उपकरण को ऐसे दूरस्थ अपतटीय स्थानों को ध्यान में रखकर विकसित किया गया है, जहाँ बिजली और संचार के विश्वसनीय स्रोतों की आवश्यकता होती है। इस तकनीक के लक्षित हितधारकों में तेल तथा गैस कंपनियां, रक्षा प्रतिष्ठान और संचार क्षेत्र शामिल हैं।

श्रीलंका में दंत अवशेष का मंदिर
श्रीलंका में दंत अवशेष का मंदिर

By Santosh Ojha

श्रीलंका के कैंडी में स्थित श्री दलदा मालीगाव, या दंत अवशेष का मंदिर दुनिया भर में बौद्धों द्वारा सम्मानित एक मंदिर है क्योंकि इसमें बुद्ध का एक अनमोल अवशेष है, उनके बाएं नुकीले दांत हैं। शाम की हेविसी पूजा, या बुद्ध को संगीतमय भेंट देखने लायक होती है।

समुद्र के बढ़ते जलस्तर और बारिश से संकट में मैंग्रोव आवास
समुद्र के बढ़ते जलस्तर और बारिश से संकट में मैंग्रोव आवास

By India Science Wire

शोधकर्ताओं का कहना है कि मैंग्रोव आवास क्षेत्रों के संरक्षण की आवश्यकता वाली पट्टियों की समय रहते पहचान जरूरी है। इसके लिए, भू-स्थानिक मॉडलिंग तकनीकों का विकास समय की माँग है, जो तटरेखा पर समृद्ध मैंग्रोव जैव-विविधता वाले क्षेत्रों के संरक्षण में विशेष रूप से उपयोगी हो सकती है।

समय से पहले आई बाढ़ के बाद सूखा और अब चक्रवात सितरंग - मौसम की चौतरफा मार से तटीय बांग्लादेश के किसान हुए बेहाल
समय से पहले आई बाढ़ के बाद सूखा और अब चक्रवात सितरंग - मौसम की चौतरफा मार से तटीय बांग्लादेश के किसान हुए बेहाल

By Rafiqul Islam Montu

2022 के संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन यानी COP27 से ठीक बारह दिन पहले 24 अक्टूबर की रात को चक्रवात सितरंग तटीय बांग्लादेश से टकराया। इसकी वजह से धान की फसल बर्बाद हो गई और खेत पानी से लबालब भर गए। अमन धान की फसल को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचने की सूचना मिली है।

सत्तर साल बाद एक बार भारत में चीतों की वापसी, जानिए इनके बारे में कुछ खास बातें
सत्तर साल बाद एक बार भारत में चीतों की वापसी, जानिए इनके बारे में कुछ खास बातें

By गाँव कनेक्शन

आने वाले वर्षों में एक बार फिर भारत का नाम चीतों की लिस्ट में शामिल हो जाएगा, इस समय अफ्रीका के कुछ देशों में, ईरान में चीता पाए जाते हैं,

यह सिर्फ एक शब्दार्थ नहीं है, सच में यह जलवायु आपातकाल है
यह सिर्फ एक शब्दार्थ नहीं है, सच में यह जलवायु आपातकाल है

By Nidhi Jamwal

पाकिस्तान में इस साल जून से अब तक 3.3 करोड़ से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बांग्लादेश बाढ़ और सूखे दोनों से जूझ रहा है और भारत में, शुरुआती हीटवेव, उसके बाद शुरुआती बाढ़, और अब भारत-गंगा के मैदानों में सूखे जैसी स्थितियों ने हमारी मुख्य खाद्य फसलों - गेहूं और धान को प्रभावित किया है। इस बीच, ओरेगन (यूएसए) में जंगल की आग भड़क रही है और यूरोप 500 वर्षों में सबसे खराब सूखे से जूझ रहा है।

जैविक खेती की वजह से श्रीलंका में आयी है आर्थिक अस्थिरता; अफवाह है या फिर हकीकत समझना होगा
जैविक खेती की वजह से श्रीलंका में आयी है आर्थिक अस्थिरता; अफवाह है या फिर हकीकत समझना होगा

By Dr. Pawan K. Tak

किसी देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए वहां की खेती को स्वावलम्बी बनाना होगा इसके लिए बाजार आधारित उत्पाद से दूरी बनाना कर खेत आधारित व्यवस्था का सर्जन करके जैविक खेती के अभियान को आगे बढ़ाना होगा।

बांग्लादेश: बाढ़ तो चली गई, लेकिन पीछे छूट गए लाखों 'क्लाइमेट शरणार्थी'
बांग्लादेश: बाढ़ तो चली गई, लेकिन पीछे छूट गए लाखों 'क्लाइमेट शरणार्थी'

By Rafiqul Islam Montu

इस साल मई-जून में बांग्लादेश का पूर्वोत्तर इलाका भारी मानसूनी बारिश और अचानक बाढ़ की चपेट में आ गया था। इससे लाखों लोग प्रभावित हुए और उनमें से कई तो अभी भी बिना रोजगार के विस्थापित जीवन जीने के लिए मजबूर हैं। लोगों के सर पर कर्ज का बोझ और भुखमरी दोनों तेजी से बढ़ रहे हैं।

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