मोबाइल चोरी या खो जाने पर संचार साथी पोर्टल की मदद से करिए ट्रैक
 गाँव कनेक्शन |  May 16, 2023, 15:59 IST | 
 मोबाइल चोरी या खो जाने पर संचार साथी पोर्टल की मदद से करिए ट्रैक
अगर आपका मोबाइल फोन चोरी हो जाता है या फिर कहीं खो जाता है तो परेशान होने की ज़रूरत नहीं है, दूर संचार विभाग ने एक ऐसा पोर्टल तैयार किया है जिसकी मदद से  चोरी हुए या गायब मोबाइल को खोजना आसान होगा।
    मोबाइल फोन का दुरुपयोग कर पहचान की चोरी, जाली केवाईसी, बैंकिंग धोखाधड़ी भी हो सकती है। लेकिन संचार साथी पोर्टल चंद मिनटों में अब आपकी समस्या हल कर देगा। https://sancharsaathi.gov.in पर इससे जुड़ी सारी जानकारी दी गई हैं।   
   
चलिए जानते हैं इसकी खासियतें क्या हैं
   
1. इस पोर्टल से आप अपने नाम पर पंजीकृत कनेक्शन की जांच कर सकते हैं।
   
2. जाली या अनावश्यक कनेक्शन की रिपोर्ट कर सकते हैं
   
3. चोरी या खो गए मोबाइल फ़ोन को ब्लॉक करा जा सकता है।
   
4. मोबाइल खरीदने से पहले आईएमईआई की सत्यता की जांच की जा सकती है।
   
                         ये पूरा सिस्टम दूर संचार विभाग की तरफ से खुद तैयार किया गया है। जिसमें कुछ खास मॉड्यूल हैं।   
   
सेंट्रलाइज्ड इक्विपमेंट आईडेंटिटी रजिस्टर (सीईआईआर)
   
जैसे -
   
· किसी का मोबाइल डिवाइस चोरी हो जाए या खो जाए, तो उपयोगकर्ता पोर्टल पर आईएमईआई नंबर की जानकारी दे सकता है।
   
· उपयोगकर्ता द्वारा दी गई जानकारी के साथ पुलिस शिकायत की प्रतिलिपि सत्यापित की जाती है।
   
· सिस्टम टेलीकॉम सेवा प्रदाताओं और कानूनी प्रवर्तन एजेंसियों से एकीकृत है।
   
· एक बार जानकारी सत्यापित होने पर, सिस्टम भारतीय नेटवर्क में चोरी हुए मोबाइल फोन के उपयोग से रोक देता है।
   
· यदि कोई चोरी किए गए डिवाइस का उपयोग करने की कोशिश करता है, तो सिस्टम कानूनी प्रशासन एजेंसियों को डिवाइस को ट्रेस करने की अनुमति देता है।
   
· जब चोरी किए गए डिवाइस को वापस प्राप्त किया जाता है, तो उपयोगकर्ता पोर्टल पर डिवाइस को अनलॉक कर सकता है।
   
· सिस्टम चोरी/ खो गए मोबाइल का उपयोग रोकता है।
   
· यह भारतीय नेटवर्क में गलत या जाली आईएमईआई वाले मोबाइल डिवाइस का उपयोग करने से भी रोकता है।
   
        
चलिए जानते हैं इसकी खासियतें क्या हैं
1. इस पोर्टल से आप अपने नाम पर पंजीकृत कनेक्शन की जांच कर सकते हैं।
2. जाली या अनावश्यक कनेक्शन की रिपोर्ट कर सकते हैं
3. चोरी या खो गए मोबाइल फ़ोन को ब्लॉक करा जा सकता है।
4. मोबाइल खरीदने से पहले आईएमईआई की सत्यता की जांच की जा सकती है।
Check mobile connections issued using your KYC details.
Visit: https://t.co/favxist38Z
Report unknown connections, if any to block. pic.twitter.com/UcFegtgVwV
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) May 16, 2023
सेंट्रलाइज्ड इक्विपमेंट आईडेंटिटी रजिस्टर (सीईआईआर)
जैसे -
· किसी का मोबाइल डिवाइस चोरी हो जाए या खो जाए, तो उपयोगकर्ता पोर्टल पर आईएमईआई नंबर की जानकारी दे सकता है।
· उपयोगकर्ता द्वारा दी गई जानकारी के साथ पुलिस शिकायत की प्रतिलिपि सत्यापित की जाती है।
· सिस्टम टेलीकॉम सेवा प्रदाताओं और कानूनी प्रवर्तन एजेंसियों से एकीकृत है।
· एक बार जानकारी सत्यापित होने पर, सिस्टम भारतीय नेटवर्क में चोरी हुए मोबाइल फोन के उपयोग से रोक देता है।
· यदि कोई चोरी किए गए डिवाइस का उपयोग करने की कोशिश करता है, तो सिस्टम कानूनी प्रशासन एजेंसियों को डिवाइस को ट्रेस करने की अनुमति देता है।
· जब चोरी किए गए डिवाइस को वापस प्राप्त किया जाता है, तो उपयोगकर्ता पोर्टल पर डिवाइस को अनलॉक कर सकता है।
· सिस्टम चोरी/ खो गए मोबाइल का उपयोग रोकता है।
· यह भारतीय नेटवर्क में गलत या जाली आईएमईआई वाले मोबाइल डिवाइस का उपयोग करने से भी रोकता है।