पुडुचेरी विधानसभा उपचुनाव में नेल्लीथोप विधानसभा सीट से वी.नारायणसामी ने ओम शक्ति सेगर पर जीत दर्ज की
Sanjay Srivastava | Nov 22, 2016, 14:15 IST |
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लखनऊ। राज्य पुडुचेरी की एकमात्र सीट नेल्लीथोप विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस नेता वी.नारायणसामी (69 वर्ष) ने अपने विरोधी एआईएडीएमके नेता ओम शक्ति सेगर पर जीत दर्ज की है। कांग्रेस नेता वी.नारायणसामी ने 11,151 वोटों से जीत दर्ज की है।
इस सीट पर नारायणसामी के जीतने का ही अनुमान लगाया जा रहा था। उन्होंने कुल 26,564 मतों में से 18,709 मत हासिल किए जबकि सेगर को 7565 मत मिले।
कांग्रेस के जॉन कुमार ने यह सीट खाली की थी ताकि नारायणसामी सदन में चुने जाने की अंतिम समय सीमा छह दिसंबर से पहले उपचुनाव में खड़े हो सके। नारायणसामी ने यह चुनाव जीतकर निर्धारित समय सीमा से पहले सदन का सदस्य बनने का रास्ता साफ कर लिया।
नारायणसामी ने मतगणना केंद्र के बाहर संवाददाताओं के साथ बातचीत में कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों और द्रमुक के अध्यक्ष एम करुणानिधि एवं उसके कोषाध्यक्ष एम के स्टालिन का आभार व्यक्त किया।
नारायणसामी (समर्थन देने के लिए नेल्लिथोपे के लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा )
नारायणसामी की जीत का जश्न मनाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विभिन्न स्थानों पर पटाखे चलाए। 30 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 15 और इसकी सहयोगी द्रमुक के दो सदस्य हैं।
नारायणसामी ने छह जून को मुख्यमंत्री के रुप में शपथ ग्रहण की थी। वह संप्रग सरकार के पहले कार्यकाल में संसदीय मामलों के राज्य मंत्री और संप्रग के दूसरे कार्यकाल में प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री थे।
कानून में स्नातक के डिग्रीधारी नारायणसामी ने 1973 तक 10 से अधिक वर्षों तक वकालत की और वह 1985 में सक्रिय राजनीति में आए। वह पहली बार राज्यसभा में चुने गए और उन्होंने 1991 में सीट बरकरार रखी। द्रमुक ने 1997 में राज्यसभा सीट के चुनाव में उन्हें हरा दिया था और उन्होंने 2003 में सीट पर फिर से जीत हासिल की। वह 2007 में पीसीसी अध्यक्ष बने।
इससे पूर्व राज्य पुडुचेरी की एकमात्र सीट नेल्लीथोप पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतगणना केंद्रों पर मतों की गिनती शुरू हो थी। इन सीटों के लिए 19 नवंबर को मतदान हुआ था। केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में नेल्लीथोपे विधानसभा सीट के लिए मतों की गिनती भारतिदासन गॅवर्नमेंट कॉलेज फॉर वुमेन में हुई थी। इस सीट पर पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन नारायणसामी का मुकाबला अन्नाद्रमुक के प्रत्याशी ओम शक्ति सेगर से है।
इस सीट पर नारायणसामी के जीतने का ही अनुमान लगाया जा रहा था। उन्होंने कुल 26,564 मतों में से 18,709 मत हासिल किए जबकि सेगर को 7565 मत मिले।
कांग्रेस के जॉन कुमार ने यह सीट खाली की थी ताकि नारायणसामी सदन में चुने जाने की अंतिम समय सीमा छह दिसंबर से पहले उपचुनाव में खड़े हो सके। नारायणसामी ने यह चुनाव जीतकर निर्धारित समय सीमा से पहले सदन का सदस्य बनने का रास्ता साफ कर लिया।
नारायणसामी ने मतगणना केंद्र के बाहर संवाददाताओं के साथ बातचीत में कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों और द्रमुक के अध्यक्ष एम करुणानिधि एवं उसके कोषाध्यक्ष एम के स्टालिन का आभार व्यक्त किया।
वह सुनिश्चित करेंगे कि पुडुचेरी एक आदर्श राज्य के रूप में विकसित हो। मैं यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास करुंगा कि इस निर्वाचन क्षेत्र के युवाओं की बेरोजगारी की समस्या से तेजी से निपटा जाए।
नारायणसामी की जीत का जश्न मनाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विभिन्न स्थानों पर पटाखे चलाए। 30 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 15 और इसकी सहयोगी द्रमुक के दो सदस्य हैं।
नारायणसामी ने छह जून को मुख्यमंत्री के रुप में शपथ ग्रहण की थी। वह संप्रग सरकार के पहले कार्यकाल में संसदीय मामलों के राज्य मंत्री और संप्रग के दूसरे कार्यकाल में प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री थे।
कानून में स्नातक के डिग्रीधारी नारायणसामी ने 1973 तक 10 से अधिक वर्षों तक वकालत की और वह 1985 में सक्रिय राजनीति में आए। वह पहली बार राज्यसभा में चुने गए और उन्होंने 1991 में सीट बरकरार रखी। द्रमुक ने 1997 में राज्यसभा सीट के चुनाव में उन्हें हरा दिया था और उन्होंने 2003 में सीट पर फिर से जीत हासिल की। वह 2007 में पीसीसी अध्यक्ष बने।
इससे पूर्व राज्य पुडुचेरी की एकमात्र सीट नेल्लीथोप पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतगणना केंद्रों पर मतों की गिनती शुरू हो थी। इन सीटों के लिए 19 नवंबर को मतदान हुआ था। केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में नेल्लीथोपे विधानसभा सीट के लिए मतों की गिनती भारतिदासन गॅवर्नमेंट कॉलेज फॉर वुमेन में हुई थी। इस सीट पर पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन नारायणसामी का मुकाबला अन्नाद्रमुक के प्रत्याशी ओम शक्ति सेगर से है।