ऐसे करें अंग्रेजी के पेपर की तैयारी

Bidyut Majumdar | Sep 16, 2016, 16:04 IST |
ऐसे करें अंग्रेजी के पेपर की तैयारी
बोर्ड परीक्षाओं के दिन नजदीक आते ही छात्र घबरा जाते हैं और घबराहट में वो समझ नहीं पाते हैं कि तैयारी किस तरह से करें। इसलिए विषयवार तैयारी करें। पिछली बार आपको हिंदी भाषा की तैयारी के टिप्स दिए गए थे इस बार आइए जानते हैं कि कम समय में अंग्रेजी की तैयारी कैसे करें और परीक्षा में कैसे प्रश्नपत्र हल करें?



इसके बारे में बता रहीं हैं नारी ज्ञानस्थली इंटर कॉलेज की अंग्रेजी की अध्यापिका रीता सिंह---



समय का ध्यान ज़रूरी



अंग्रेजी में प्रोज, प्रोट्री, ग्रामर, ड्रामा कई भाग होते हैं। इसमें दो प्रश्नपत्र होते हैं। अंग्रेजी का पेपर लम्बा होता है, ऐसे में तीन घंटे में किस तरह से पेपर हल किया जाए। इसके लिए समय प्रबंधन बहुत जरूरी है। प्रश्नों को हल करने का समय बांट लें, उसी हिसाब से प्रश्नों को हल करने में समय लें। अक्सर लिखते समय स्पीड के साथ राइटिंग का ध्यान दें। साफ और सुंदर लिखावट देखकर परीक्षक सही से कॉपी पढ़ते हैं और अंक भी उसी हिसाब से देते हैं।



ग्रामर की गलती न करें



इस बात का ध्यान रखें कि प्रश्नों को लिखते समय स्पेलिंग और ग्रामर की गलती न करें। प्रश्नों के उत्तर सटीक लिखें ज्यादा लिखने के चक्कर में बार बार वाक्यों को रिपीट न करें। वाक्य छोटे और सरल होने चाहिए।



ग्रामर भाग पर ध्यान दें



ग्रामर भाग में एक्टिव पैसिव, अनसीज पैसेज, लैटर राइटिंग, प्रार्थना पत्र और एस्से ये तो पेपर में जरूर से ही आते हैं और ये कोई रटने की चीज भी नहीं है। इसलिए इन सबको पहले से ही तैयार रखें अंतिम के लिए न छोड़ें। इसके अलावा 10 अंकों का एस्से आता है जिसे इंट्रोडेक्शन, थीम और कंनक्यूजन हेडिंग के तहत लिखें। हेडिंग को हमेशा दूसरे रंग के पेन से लिखें। ग्रामर में ड्रामा पार्ट के प्रश्न भी पूछे जाते हैं। इसमें से केवल पैराग्राफ पूछे जाते हैं इसलिए उसकी तैयारी ढंग से करें।



प्रोट्री और प्रोज



प्रोज और प्रोट्री दोनों में ही ऑथर का नाम जरूर याद रखें। पिछले पांच वर्षों के पेपर को जरूर देखें और हल करें। उनसे ही ज्यादातर प्रश्न दोबारा पूछे जाते हैं। प्रोज और प्रोट्री दोनों के ही सभी पाठों को ध्यान से समझकर पढ़ लें, जिससे अंतिम में ज्यादा दिक्कत न हो। सार्ट स्टोरी और ड्रामा मर्चेन्ट ऑफ वेनिस किताबें भी हैं, जिसकी तैयारी भी जरूरी है। इसमें से ज्यादातर पैराग्राफ पूछे जाते हैं। इसलिए इनके ऑथर के नाम याद रखना जरूरी है।



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