कान्हा राष्ट्रीय पार्क से विस्थापित बैगा आदिवासियों की मदद के लिए बढ़े हाथ, अब खेती बाड़ी के साथ ही कर रहे दूसरे काम
कान्हा राष्ट्रीय पार्क से विस्थापित बैगा आदिवासियों की मदद के लिए बढ़े हाथ, अब खेती बाड़ी के साथ ही कर रहे दूसरे काम

Tue, 13 Aug 2024

By Satish Malviya

मध्य प्रदेश में कान्हा राष्ट्रीय पार्क से विस्थापित हुए आदिवासियों ने अपनी जगह के लिए दावा करने के लिए सालों तक संघर्ष किया है। बैगा जनजाति के 32 परिवारों का एक समूह अब बफर ज़ोन के चिचरंगपुर गाँव में रहता है, जहां एक गैर-लाभकारी संस्था उन्हें खेती और आजीविका के अन्य साधनों का प्रशिक्षण दे रही है।

तमिलनाडु की मशहूर कल्लाकुरिची लकड़ी शिल्पकला, जिसे जीआई-टैग भी मिला हुआ है
तमिलनाडु की मशहूर कल्लाकुरिची लकड़ी शिल्पकला, जिसे जीआई-टैग भी मिला हुआ है

Tue, 13 Aug 2024

By Satish Malviya

कुप्पू स्वामी अपने पिता और दादा को लकड़ी के ब्लॉक के साथ काम करते हुए देखकर बड़े हुए, जिन्होंने सुंदर मूर्तियां बनाईं। वह एक कल्लाकुरिची शिल्पकार भी हैं। उनकी लकड़ी की नक्काशी एक फुट से लेकर चार से पांच फीट ऊंची देवताओं की मूर्तियों तक होती है।

मध्य प्रदेश में लकड़ी की 'तस्करी' के आरोप में एक आदिवासी चैन सिंह भील की गोली मारकर हत्या कर दी गई; कहां है वन अधिकार अधिनियम?
मध्य प्रदेश में लकड़ी की 'तस्करी' के आरोप में एक आदिवासी चैन सिंह भील की गोली मारकर हत्या कर दी गई; कहां है वन अधिकार अधिनियम?

Tue, 13 Aug 2024

By Satish Malviya

9 अगस्त को जब दुनिया भर में विश्व आदिवासी दिवस मनाया जा रहा था, तब मध्य प्रदेश के विदिशा में वन रक्षकों की एक गश्ती दल ने आदिवासियों के एक समूह पर गोलियां चला दीं। इस घटना में एक आदिवासी युवक की मौके पर ही मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए। इसके पीछे क्या कारण था? लागू किया गया वन अधिकार अधिनियम 2006 कहां है? पढ़िए एक ग्राउंड रिपोर्ट।

निर्विरोध चुनी गई महिला सरपंच की कहानी: आठवीं के बाद छूट गई थी पढ़ाई, अब बेटी के साथ कर रहीं हैं बीएड
निर्विरोध चुनी गई महिला सरपंच की कहानी: आठवीं के बाद छूट गई थी पढ़ाई, अब बेटी के साथ कर रहीं हैं बीएड

Tue, 13 Aug 2024

By Satish Malviya

कुसुम लोधी मध्य प्रदेश की सिरसौदा ग्राम पंचायत की निर्विरोध सरपंच चुनी गई हैं। शादी होने की वजह से उन्होंने आठवीं कक्षा में स्कूल छोड़ दिया था। लेकिन उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की, और अब अपनी बेटी के साथ बीएड कर रही हैं। कुसुम अपनी 'गुलाबी पंचायत' में बदलाव की एक नई बयार चलाना चाहती हैं।

कैमरे की मदद से बदलाव की कहानियां दिखा रहे हैं मध्य भारत के आदिवासी युवा
कैमरे की मदद से बदलाव की कहानियां दिखा रहे हैं मध्य भारत के आदिवासी युवा

Tue, 13 Aug 2024

By Satish Malviya

भोपाल में आयोजित ग्रीन हब सेंट्रल इंडिया महोत्सव में 16 व 17 जुलाई को छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और झारखंड के आदिवासी युवाओं द्वारा बनाई गई डॉक्युमेंट्री प्रदर्शित की गईं। इस कार्यक्रम ने 17 युवा आदिवासियों की डॉक्युमेंट्री को शामिल किया गया, जिन्हें दस महीने की डॉक्यूमेंट्री बनाने के गुर सिखाए गए और अपने आसपास के लोगों की जिंदगी पर फिल्म बनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया।

लेखक, थियेटर कलाकार और गोंड आर्ट पेंटर बन रहे हैं 'शिकारी' जनजाति पारधी के बच्चे
लेखक, थियेटर कलाकार और गोंड आर्ट पेंटर बन रहे हैं 'शिकारी' जनजाति पारधी के बच्चे

Tue, 13 Aug 2024

By Satish Malviya

पारधी एक गैर-अधिसूचित खानाबदोश समुदाय, सामाजिक कलंक का सामना कर रहा है। इसके अधिकांश सदस्य कचरे को इकट्ठा करने या चूड़ियां बेचने के लिए घूमते हैं। भोपाल में अरण्यवास पारधी बच्चों को मुफ्त में रख रहा और पढ़ाई में उनकी मदद कर रहा। यही बच्‍चे अब कहानी लेखकों और कलाकारों के रूप में 'शिकारी जनजाति' के दाग को मिटाने की कोशिश कर रहे हैं।

Contact
Recent Post/ Events