बांग्लादेश: बाढ़ तो चली गई, लेकिन पीछे छूट गए लाखों 'क्लाइमेट शरणार्थी'
बांग्लादेश: बाढ़ तो चली गई, लेकिन पीछे छूट गए लाखों 'क्लाइमेट शरणार्थी'

Tue, 13 Aug 2024

By Rafiqul Islam Montu

इस साल मई-जून में बांग्लादेश का पूर्वोत्तर इलाका भारी मानसूनी बारिश और अचानक बाढ़ की चपेट में आ गया था। इससे लाखों लोग प्रभावित हुए और उनमें से कई तो अभी भी बिना रोजगार के विस्थापित जीवन जीने के लिए मजबूर हैं। लोगों के सर पर कर्ज का बोझ और भुखमरी दोनों तेजी से बढ़ रहे हैं।

चक्रवात अम्फान की बरसी और तबाही की बुरी यादें, 5 लाख लोग हुए थे प्रभावित
चक्रवात अम्फान की बरसी और तबाही की बुरी यादें, 5 लाख लोग हुए थे प्रभावित

Tue, 13 Aug 2024

By Rafiqul Islam Montu

भारत में चक्रवाती तूफान तौकाते की तबाही से हुए नुकसान का आंकलन जारी है। एक साल पहले इससे कहीं भीषण तूफान अम्फान बांग्लादेश में आया था। इस तूफान ने वहां इतनी तबाही मचाई की लोगों की जिंदगी पटरी पर नहीं लौट पाई है, इसी बीच तूफान (चक्रवात यास) के बंगाल की खाड़ी में सक्रिय होने का पूर्वानुमान जताया गया है।

पानी से घिरे देश में पीने के पानी लेने दिन में दो बार कई किलोमीटर पैदल जाती हैं महिलाएं
पानी से घिरे देश में पीने के पानी लेने दिन में दो बार कई किलोमीटर पैदल जाती हैं महिलाएं

Tue, 13 Aug 2024

By Rafiqul Islam Montu

तटीय बांग्लादेश में चक्रवात समेत कई प्राकृतिक आपदाओं ने जल स्रोतों को दूषित कर दिया है। इसके चलते ग्रामीण महिलाएं पानी के लिए हर दिन कई किलोमीटर तक पैदल चलने को मजबूर हैं।

COP26: जलवायु न्याय के लिए बांग्लादेश के युवा कार्यकर्ताओं का कड़ा संघर्ष
COP26: जलवायु न्याय के लिए बांग्लादेश के युवा कार्यकर्ताओं का कड़ा संघर्ष

Tue, 13 Aug 2024

By Rafiqul Islam Montu

बांग्लादेश में, युवा कार्यकर्ता अपने उन लोगों के लिए जलवायु न्याय की मांग कर रहे हैं, जो दुनिया में चक्रवात और बाढ़ जैसी बढ़ती मौसमी घटनाओं से सबसे बुरी तरह प्रभावित हैं। सभी कार्यकर्ताओं की निगाहें स्कॉटलैंड के ग्लासगो में चल रहे जलवायु शिखर सम्मेलन COP26 पर लगी हैं। उन्हें उम्मीद है कि बांग्लादेश में साल दर साल जलवायु परिवर्तन के भयानक प्रभाव को कम करने के लिए सार्थक कदम उठाए जाएंगे।

समय से पहले आई बाढ़ के बाद सूखा और अब चक्रवात सितरंग - मौसम की चौतरफा मार से तटीय बांग्लादेश के किसान हुए बेहाल
समय से पहले आई बाढ़ के बाद सूखा और अब चक्रवात सितरंग - मौसम की चौतरफा मार से तटीय बांग्लादेश के किसान हुए बेहाल

Tue, 13 Aug 2024

By Rafiqul Islam Montu

2022 के संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन यानी COP27 से ठीक बारह दिन पहले 24 अक्टूबर की रात को चक्रवात सितरंग तटीय बांग्लादेश से टकराया। इसकी वजह से धान की फसल बर्बाद हो गई और खेत पानी से लबालब भर गए। अमन धान की फसल को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचने की सूचना मिली है।

ग्राउंड रिपोर्ट: पिछले 122 सालों में सबसे विनाशकारी बाढ़,  उत्तर-पूर्वी बांग्लादेश में बाढ़ की दूसरी लहर से 40 लाख से ज्यादा प्रभावित
ग्राउंड रिपोर्ट: पिछले 122 सालों में सबसे विनाशकारी बाढ़, उत्तर-पूर्वी बांग्लादेश में बाढ़ की दूसरी लहर से 40 लाख से ज्यादा प्रभावित

Tue, 13 Aug 2024

By Rafiqul Islam Montu

बाढ़ आना बांग्लादेश के लिए कोई नई बात नहीं है। लगभग हर साल मानसून के मौसम में देश का ये हिस्सा इस स्थिति से दो-चार होता नजर आता है। हालांकि इस साल औसत से ज्यादा हुई बारिश ने मई के महीने में, समय से पहले ही विनाशकारी बाढ़ से सामना करा दिया। लगभग दो महीने हो गए हैं, देश के उत्तर और उत्तरपूर्वी क्षेत्र अभी भी संघर्ष कर रहे हैं। बाढ़ के पानी ने लाखों घर बहा दिए और सैकड़ों हजार हेक्टेयर खेतों को जलमग्न कर दिया। बाढ़ प्रभावित सिलहट इलाके से ग्राउंड रिपोर्ट।

'122 सालों में सबसे खराब बाढ़' झेलने के बाद बांग्लादेश के कई क्षेत्रों में सूखे की स्थिति, धान की फसल बुरी तरह प्रभावित
'122 सालों में सबसे खराब बाढ़' झेलने के बाद बांग्लादेश के कई क्षेत्रों में सूखे की स्थिति, धान की फसल बुरी तरह प्रभावित

Tue, 13 Aug 2024

By Rafiqul Islam Montu

बाढ़ के बाद सूखे ने बांग्लादेश में फसल चक्र को बाधित कर दिया है, खासकर देश के उत्तरी और तटीय दक्षिण-पश्चिम क्षेत्रों में। इस साल डेल्टा देश में अमन धान की खेती के तहत कुल 5.62 मिलियन हेक्टेयर भूमि की सिर्फ 25 प्रतिशत हिस्से पर खेती की गई है।

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