छत्तीसगढ़: सैकड़ों आदिवासी ग्रामीण 300 किलोमीटर की यात्रा करके राज्यपाल से मिलने क्यों जा रहे हैं?
छत्तीसगढ़: सैकड़ों आदिवासी ग्रामीण 300 किलोमीटर की यात्रा करके राज्यपाल से मिलने क्यों जा रहे हैं?

Tue, 13 Aug 2024

By Pratyaksh Srivastava

हसदेव अरण्य वन क्षेत्र में कोयला खदानों के 'अवैध' अधिग्रहण के विरोध में सरगुजा और कोरबा जिलों के 350 से अधिक ग्रामीण पिछले 10 दिनों से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंचने के लिए मार्च कर रहे हैं, और पेसा पेसा अधिनियम को लागू करने की मांग कर रहे हैं। वे राज्यपाल अनुसुइया उइके से मिलना चाहते हैं और उन्हें अपनी याचिका के बारे में बताना चाहते हैं।

डब्ल्यूएचओ क्यों कह रहा है कोल्ड ड्रिंक और च्युइंग गम की मिठास बन सकती है कैंसर की वजह
डब्ल्यूएचओ क्यों कह रहा है कोल्ड ड्रिंक और च्युइंग गम की मिठास बन सकती है कैंसर की वजह

Tue, 13 Aug 2024

By Pratyaksh Srivastava

डब्ल्यूएचओ ‘एस्पार्टेम’ को उन रसायनों की सूची में शामिल कर सकता है जिनसे इंसानों में कैंसर होने की संभावना है। एस्पार्टेम एक कृत्रिम कम कैलोरी वाला स्वीटनर है। भारत में इसका इस्तेमाल सोफ्ट ड्रिंक, बिस्कुट, पेस्ट्री, दही, जैम और जेली जैसे खाद्य उत्पादों में बड़े पैमाने पर किया जाता है। क्या ख़तरनाक पदार्थों की सूची में डालने से इन उत्पादों को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी? गाँव कनेक्शन ने कुछ विशेषज्ञों से बात की।

खोरी गांव में लोग अपने टूटे घरों से बची हुई ईंटें बेचकर कर रहे हैं गुजारा
खोरी गांव में लोग अपने टूटे घरों से बची हुई ईंटें बेचकर कर रहे हैं गुजारा

Tue, 13 Aug 2024

By Pratyaksh Srivastava

फरीदाबाद के खोरी गांव में अतिक्रमण हटाने का जो अभियान चल रहा है, उससे लगभग 50,000 लोगों का जीवन अनिश्चितता और निराशा से भर गया है। कई लोग तो अभी ढहाये गये घरों में रह रहे हैं। बिना पानी, बिजली के लोग तिरपाल के नीचे रहकर संघर्षपूर्ण जीवन जी रहे हैं।

डब्ल्यूएचओ क्यों कह रहा है कोल्ड ड्रिंक और च्युइंग गम की मिठास बन सकती है कैंसर की वजह
डब्ल्यूएचओ क्यों कह रहा है कोल्ड ड्रिंक और च्युइंग गम की मिठास बन सकती है कैंसर की वजह

Tue, 13 Aug 2024

By Pratyaksh Srivastava

डब्ल्यूएचओ ‘एस्पार्टेम’ को उन रसायनों की सूची में शामिल कर सकता है जिनसे इंसानों में कैंसर होने की संभावना है। एस्पार्टेम एक कृत्रिम कम कैलोरी वाला स्वीटनर है। भारत में इसका इस्तेमाल सोफ्ट ड्रिंक, बिस्कुट, पेस्ट्री, दही, जैम और जेली जैसे खाद्य उत्पादों में बड़े पैमाने पर किया जाता है। क्या ख़तरनाक पदार्थों की सूची में डालने से इन उत्पादों को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी? गाँव कनेक्शन ने कुछ विशेषज्ञों से बात की।

चक्रवात यास की वजह से आजीविका का संकट: पेयजल की समस्या, खेतों में भर गया खारा पानी और मर गई मछलियां
चक्रवात यास की वजह से आजीविका का संकट: पेयजल की समस्या, खेतों में भर गया खारा पानी और मर गई मछलियां

Tue, 13 Aug 2024

By Pratyaksh Srivastava

चक्रवात में मरने वालों की संख्या कम होने का यह मतलब नहीं है कि कम नुकसान हुआ है। चक्रवाती तुफान यास की वजह से लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। उनके घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसके साथ ही उनके आजीविका के स्रोत भी नष्ट हो गए हैं।

किताबें, एंड्रॉइड टीवी, कम्प्यूटर और इंटरनेट से लैस कर्नाटक के ग्रामीण पुस्तकालयों के जरिए लिखी जा रहीं बदलाव की कहानियां
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Tue, 13 Aug 2024

By Pratyaksh Srivastava

जब महामारी की वजह से स्कूल बंद कर दिए गए, उस समय कर्नाटक सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों के सार्वजनिक पुस्तकालयों में सुधार के लिए एक कार्यक्रम शुरू किया। राज्य के 1.8 मिलियन से ज्यादा छात्रों को इन ग्रामीण पुस्तकालयों में मुफ्त सदस्यता प्राप्त है जो नवीन तकनीक से लैस हैं।

होली के त्योहार का रंग फीका कर रहीं खाद्य तेलों की बढ़ती कीमतें
होली के त्योहार का रंग फीका कर रहीं खाद्य तेलों की बढ़ती कीमतें

Tue, 13 Aug 2024

By Pratyaksh Srivastava

भारत की खाद्य तेल की मांग का 60% आयात के माध्यम से पूरा किया जाता है, जिसमें से एक बड़ा हिस्सा युद्धरत यूक्रेन और रूस से आता है। युद्ध के कारण आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित होने के कारण, देश में खाद्य तेल की कीमतें तेजी से बढ़ी गईं हैं।

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