जानिए कैसे देश का पहला टीबी मुक्त जिला बना बडगाम?
जानिए कैसे देश का पहला टीबी मुक्त जिला बना बडगाम?

Tue, 13 Aug 2024

By Mudassir Kuloo

जम्मू-कश्मीर के बडगाम को हाल ही में देश का पहला टीबी-मुक्त जिला घोषित किया गया है। इसके अलावा केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप को हाल ही में टीबी-मुक्त घोषित किया गया है। ऐसा तब संभव हुआ है, जब दुनिया के लगभग 30 प्रतिशत टीबी के मामले अपने देश में हैं।

जम्मू-कश्मीर के इस गांव में दहेज लेने वालों को कब्रिस्तान में भी जगह नहीं मिलती
जम्मू-कश्मीर के इस गांव में दहेज लेने वालों को कब्रिस्तान में भी जगह नहीं मिलती

Tue, 13 Aug 2024

By Mudassir Kuloo

जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले का एक गाँव दहेज प्रथा को एक गंभीर अपराध मानता है। अगर कोई दहेज की मांग करता है तो उसे बहिष्कृत कर दिया जाता है साथ ही स्थानीय मस्जिद में नमाज अदा करने और गांव के कब्रिस्तान में अपने मृतकों को दफनाने की इजाजत नहीं मिलती।

बदलते मौसम से कश्मीर की बागवानी और पनबिजली उत्पादन पर पड़ सकता है असर
बदलते मौसम से कश्मीर की बागवानी और पनबिजली उत्पादन पर पड़ सकता है असर

Tue, 13 Aug 2024

By Mudassir Kuloo

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार हालके वर्षों में कश्मीर घाटी में सर्दियों के दौरान कम बारिश और अनियमित मौसम बदलाव देखा गया है। अगर ऐसा ही रहा तो इसका सीधा असर कृषि, बागवानी और पनबिजली उत्पादन पर पड़ेगा जो किसानों के हित में नहीं है।

अपनी गर्माहट खो रही है कश्मीरी कांगड़ी
अपनी गर्माहट खो रही है कश्मीरी कांगड़ी

Tue, 13 Aug 2024

By Mudassir Kuloo

सदियों से फिरन के अंदर छिपी कश्मीरी कांगड़ी ने लोगों को कश्मीर की कड़कड़ाती ठंड से बचने में मदद की है। लेकिन कांगड़ी का इस्तेमाल कम हो रहा है।

नए संसद भवन के लिए रेशम के कालीन बुनने में रात-दिन लगे हैं कश्मीरी बुनकर
नए संसद भवन के लिए रेशम के कालीन बुनने में रात-दिन लगे हैं कश्मीरी बुनकर

Tue, 13 Aug 2024

By Mudassir Kuloo

अपने करघे से लटके हुए कालीन तालीम के मुश्किल कोड के मुताबिक बुनाई करते हुए मध्य कश्मीर के बडगाम जिले में 50 कारीगर, 8 फीट चौड़े और 11 फीट लंबे रेशमी कालीन बुनने में तल्लीन हैं। ये कालीन नई दिल्ली के शानदार नए संसद भवन की दीवारों की शोभा बढ़ाएंगे। भारत से सालाना 300 करोड़ रुपये के कश्मीरी कालीन निर्यात किए जाते हैं।

कश्मीर में हर साल अनोखे जलस्रोत को साफ़ करने के लिए क्यों इकट्ठा होते हैं लोग
कश्मीर में हर साल अनोखे जलस्रोत को साफ़ करने के लिए क्यों इकट्ठा होते हैं लोग

Tue, 13 Aug 2024

By Mudassir Kuloo

दक्षिण कश्मीर में हर कोई दूसरे कामों से फुर्सत निकाल कर पंजथ नाग से कीचड़ और खरपतवार निकालने के लिए इकट्ठा होता है। ये रस्म सदियों से चली आ रही है। माना जाता है पंजथ गाँव से डेढ़ किलोमीटर के दायरे में 500 झरने हैं जहाँ यह सालाना उत्सव मनाया जाता है।

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