ताजमहल ही क्यों राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, लाल किला भी ध्वस्त किया जाए: आजम खान
Sanjay Srivastava | Oct 17, 2017, 17:58 IST
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रामपुर (भाषा)। समाजवादी पार्टी के महासचिव आजम खान ने कहा है कि राष्ट्रपति भवन, संसद भवन और लाल किला जैसे स्मारकों को तोड़ा जाना चाहिए क्योंकि वे भी ताजमहल की तरह दासता का प्रतीक हैं।
सपा विधायक की टिप्पणी भाजपा विधायक संगीत सोम के भारत की विरासत में ताजमहल के स्थान पर सवाल उठाने के जवाब में कल रात आई। सोम ने कहा था कि इतिहास से मुगल शासकों को हटाने के लिए इसे फिर से लिखा जाएगा।
आजम खान ने मीडिया से कहा, मेरी हमेशा यह राय रही है कि दासता के सभी प्रतीकों को हटाया जाना चाहिए। क्यों सिर्फ ताजमहल को। क्यों न संसद, राष्ट्रपति भवन, कुतुब मीनार और लालकिला को भी हटाया जाए। ये सब दासता के प्रतीक हैं।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री ने कहा कि अगर भाजपा और सोम ताजमहल को भारत की धरोहर स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं तो भाजपा विधायक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ इस स्मारक को ध्वस्त करने के लिये आगे आना चाहिए। उन्होंने अपनी बातों पर अमल नहीं करने के लिए भाजपा नेताओं की आलोचना की।
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सपा विधायक की टिप्पणी भाजपा विधायक संगीत सोम के भारत की विरासत में ताजमहल के स्थान पर सवाल उठाने के जवाब में कल रात आई। सोम ने कहा था कि इतिहास से मुगल शासकों को हटाने के लिए इसे फिर से लिखा जाएगा।
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आजम खान ने मीडिया से कहा, मेरी हमेशा यह राय रही है कि दासता के सभी प्रतीकों को हटाया जाना चाहिए। क्यों सिर्फ ताजमहल को। क्यों न संसद, राष्ट्रपति भवन, कुतुब मीनार और लालकिला को भी हटाया जाए। ये सब दासता के प्रतीक हैं।
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उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री ने कहा कि अगर भाजपा और सोम ताजमहल को भारत की धरोहर स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं तो भाजपा विधायक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ इस स्मारक को ध्वस्त करने के लिये आगे आना चाहिए। उन्होंने अपनी बातों पर अमल नहीं करने के लिए भाजपा नेताओं की आलोचना की।
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