अखिलेश की तरफदारी में रामगोपाल ने मुलायम से चिट्ठी में कहा ‘पार्टी के पतन के लिए जनता आपको दोषी ठहराएगी’
गाँव कनेक्शन | Oct 16, 2016, 12:36 IST
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लखनऊ। सपा के महासचिव रामगोपाल यादव ने मुलायम सिंह यादव को बेहद कड़े शब्दों में एक पत्र लिखकर अखिलेश यादव पर उनके बयान की आलोचना की है ओर कहा है कि सपा की बर्बादी का जिम्मेदार मुलायम को ही ठहराया जाएगा।
यूपी के यादव परिवार में चल रही जंग उस वक्त एक बार फिर ज़ाहिर हो गई जब मुलायम सिंह यादव ने जनमंच पर खुलेआम ऐलान कर दिया कि समाजवादी पार्टी का मुख्यमंत्री चुनाव जीतने के बाद विधायकमंडल तय करेगा। इशारा साफ था कि सपा अखिलेश के नेतृत्व में चुनाव नहीं नहीं लड़ेगी।
इस पत्र के बाद मुलायम सिंह दिल्ली में रामगोपाल के घर पहुंचे जहां दोनों के बीच करीब तीन घंटे तक बातचीत हुई।
पत्र में रामगोपाल यादव ने लिखा था:
"आदरणीय नेताजी सादर चरण स्पर्श
समाजवादी पार्टी को आपने बड़ी मेहनत से बनाया था। पार्टी चार बार सत्ता में भी पहुंची। पिछली बार किसी अन्य दल के समर्थन की आवश्यकता भी नहीं पड़ी। उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकार ने जो कार्य किए हैं वो पूरे देश के लिए पथ प्रदर्शक का कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री जी इस समय निर्विवाद रूप से प्रदेश के सबसे बड़े लोकप्रिय नेता हैं लेकिन पिछले कुछ दिनों में जो कुछ हुआ उससे पार्टी का मतदाता निराश और हताश है। और अब तो उसमें नेतृत्व के प्रति आक्रोश भी उत्पन्न हो रहा है।
लोगों को कष्ट ये है कि पहले नंबर पर चल रही पार्टी कुछ इन गिने चुने लोगों की गलत सलाह के चलते काफी पीछे चली गई है। ये जो आजकल आपको सलाह दे रहे हैं, जनता की निगाह में उनकी हैसियत शून्य हो गई है।
पार्टी जिसे चाहे उसे टिकट दे, लेकिन जीतेगा वही जिसकी हैसियत होगी। और पार्टी तभी चुनाव जीतेगी जब पार्टी का चेहरा अखिलेश यादव होंगे। अगर आप चाहते हैं कि पार्टी फिर 100 से नीचे चली जाए तो आप चाहें जो फैसला लें, लेकिन एक बात याद रखें कि जो जनता आपकी पूजा करती है, समाजवादी पार्टी बनाने के लिए, वही जनता पार्टी के पतन के लिए आपको और केवल आपको दोषी ठहराएगी। इतिहास बहुत निष्ठुर होता है, ये किसी को बख्शता नहीं।
सादर आपका,
रामगोपाल यादव
15 अक्टूबर, 2016
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यूपी के यादव परिवार में चल रही जंग उस वक्त एक बार फिर ज़ाहिर हो गई जब मुलायम सिंह यादव ने जनमंच पर खुलेआम ऐलान कर दिया कि समाजवादी पार्टी का मुख्यमंत्री चुनाव जीतने के बाद विधायकमंडल तय करेगा। इशारा साफ था कि सपा अखिलेश के नेतृत्व में चुनाव नहीं नहीं लड़ेगी।
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इस पत्र के बाद मुलायम सिंह दिल्ली में रामगोपाल के घर पहुंचे जहां दोनों के बीच करीब तीन घंटे तक बातचीत हुई।
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पत्र में रामगोपाल यादव ने लिखा था:
"आदरणीय नेताजी सादर चरण स्पर्श
समाजवादी पार्टी को आपने बड़ी मेहनत से बनाया था। पार्टी चार बार सत्ता में भी पहुंची। पिछली बार किसी अन्य दल के समर्थन की आवश्यकता भी नहीं पड़ी। उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकार ने जो कार्य किए हैं वो पूरे देश के लिए पथ प्रदर्शक का कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री जी इस समय निर्विवाद रूप से प्रदेश के सबसे बड़े लोकप्रिय नेता हैं लेकिन पिछले कुछ दिनों में जो कुछ हुआ उससे पार्टी का मतदाता निराश और हताश है। और अब तो उसमें नेतृत्व के प्रति आक्रोश भी उत्पन्न हो रहा है।
लोगों को कष्ट ये है कि पहले नंबर पर चल रही पार्टी कुछ इन गिने चुने लोगों की गलत सलाह के चलते काफी पीछे चली गई है। ये जो आजकल आपको सलाह दे रहे हैं, जनता की निगाह में उनकी हैसियत शून्य हो गई है।
पार्टी जिसे चाहे उसे टिकट दे, लेकिन जीतेगा वही जिसकी हैसियत होगी। और पार्टी तभी चुनाव जीतेगी जब पार्टी का चेहरा अखिलेश यादव होंगे। अगर आप चाहते हैं कि पार्टी फिर 100 से नीचे चली जाए तो आप चाहें जो फैसला लें, लेकिन एक बात याद रखें कि जो जनता आपकी पूजा करती है, समाजवादी पार्टी बनाने के लिए, वही जनता पार्टी के पतन के लिए आपको और केवल आपको दोषी ठहराएगी। इतिहास बहुत निष्ठुर होता है, ये किसी को बख्शता नहीं।
सादर आपका,
रामगोपाल यादव
15 अक्टूबर, 2016
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