चंदे के स्रोतों का खुलासा करें भाजपा और कांग्रेस : आप
गाँव कनेक्शन | Dec 19, 2016, 16:23 IST
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नई दिल्ली (आईएएनएस)| आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राघव चड्ढा ने रविवार को कांग्रेस और भाजपा के अपने समकक्षों को पत्र लिखकर उनसे 20 हजार रुपये से कम मिले चंदे के स्रोत का खुलासा करने की मांग की है।
चड्ढा ने कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा और भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष पीयूष गोयल को लिखे पत्र में कहा है कि सरकार का राजनीतिक दलों को अमान्य कर दिए किए गए नोटों को जमा कराने की छूट दिए जाने के कदम से नोटबंदी को लेकर सरकार के वास्तविक इरादे पर सवाल उठता है।
उन्होंने उनसे आग्रह किया कि वे अपनी पार्टी के पिछले पांच साल के खाते का ब्यौरा सार्वजनिक करें, जिसकी जांच किसी स्वतंत्र समिति ने की हो।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल जो अपने लिए गए चंदे का ब्यौरा नहीं देते मैं आग्रह करता हूं कि आपकी पार्टी ने जितने भी चंदे लिए हैं, उसे सार्वजनिक करें। उन सभी लोगों का नाम भी सार्वजनिक करें, जिन लोगों ने 20 हजार रुपये से कम चंदा दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ने आठ नवंबर की नोटबंदी की घोषणा के बाद जो 500 और 1000 रुपये नोट बैंक खातों में जमा किए हैं, उसे सार्वजनिक कर अपनी स्थिति साफ करें।
उन्होंने कहा, "ये दोनों पार्टियां कालाधन सफेद करने की मशीन बन गई हैं। जितना कालाधन इन दलों के पास है, मैं नहीं समझता कि उतना कहीं और पाया जा सकता है।"
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चड्ढा ने कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा और भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष पीयूष गोयल को लिखे पत्र में कहा है कि सरकार का राजनीतिक दलों को अमान्य कर दिए किए गए नोटों को जमा कराने की छूट दिए जाने के कदम से नोटबंदी को लेकर सरकार के वास्तविक इरादे पर सवाल उठता है।
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उन्होंने उनसे आग्रह किया कि वे अपनी पार्टी के पिछले पांच साल के खाते का ब्यौरा सार्वजनिक करें, जिसकी जांच किसी स्वतंत्र समिति ने की हो।
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उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल जो अपने लिए गए चंदे का ब्यौरा नहीं देते मैं आग्रह करता हूं कि आपकी पार्टी ने जितने भी चंदे लिए हैं, उसे सार्वजनिक करें। उन सभी लोगों का नाम भी सार्वजनिक करें, जिन लोगों ने 20 हजार रुपये से कम चंदा दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ने आठ नवंबर की नोटबंदी की घोषणा के बाद जो 500 और 1000 रुपये नोट बैंक खातों में जमा किए हैं, उसे सार्वजनिक कर अपनी स्थिति साफ करें।
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उन्होंने कहा, "ये दोनों पार्टियां कालाधन सफेद करने की मशीन बन गई हैं। जितना कालाधन इन दलों के पास है, मैं नहीं समझता कि उतना कहीं और पाया जा सकता है।"