एमएसपी पर गेहूं खरीदने वाले पांच प्रमुख राज्यों में कहां कितनी हुई खरीद?
 गाँव कनेक्शन |  Jun 08, 2021, 07:35 IST | 
 एमएसपी पर गेहूं खरीदने वाले पांच प्रमुख राज्यों में कहां कितनी हुई खरीद?
केंद्र सरकार के मुताबिक एमएसपी पर गेहूं खरीद में रिकॉर्ड कायम किया है, इस साल जो खरीद हुई वो अब तक की सबसे ज्यादा खरीद है। सिर्फ गेहूं नहीं पूरे साल में धान की भी रिकॉर्ड खरीद हुई है। जानिए इस खरीद में किस राज्य की कितनी हिस्सेदारी है।
    नई दिल्ली। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अब तक पूरे देश से लगभग 416.44 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 371.33 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई थी। जो कि पिछले साल के मुकाबले 12.14 प्रतिशत ज्यादा है।   
   
   
गेहूं खरीद में टॉप 5 राज्यों में पंजाब, मध्य प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान शामिल हैं। कुल खरीद में 132.1 लाख मीट्रिक टन के साथ सबसे ऊपर है, दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश है जहां 128.08 एलएमटी की खरीद हुई है जबकि 84.93 एलएमटी के साथ तीसरे नंबर पर हरियाणा और 45.78 एलएमटी के साथ उत्तर प्रदेश चौथे नंबर पर है। 20.63 एलएमटी के साथ राजस्थान पांचवें नंबर पर जबकि 4.92 फीसदी में देश के अन्य सभी राज्य शामिल हैं।
   
        
         
चालू रबी विपणन सत्र 2021-22 में गेहूं की 1975 रुपए प्रति क्विंटल पर उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान तथा जम्मू और कश्मीर राज्यों में खरीद अभी जारी है। केंद्रीय उपभोक्तार कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अनुसार 6 जून तक 416.44 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है (जो कि अब तक की खरीद का सबसे उच्चतम स्तर है, क्योंकि इसने आरएमएस 2020-21 के पिछले उच्च स्तर 389.92 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद के आंकड़े को पार कर लिया है), जबकि पिछले साल की इसी समान अवधि में 371.33 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया था। इससे लगभग 45.56 लाख किसान को 82,247.51 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है।
   
   
   
राज्य खरीद (LMT में)   
   
पंजाब 132.1
   
मध्य प्रदेश 128.8
   
हरियाणा 84.93
   
उत्तर प्रदेश 45.78
   
राजस्थान 20.63
   
अन्य राज्य 4.92
   
कुल खरीदारी- 416.44
   
दोनों सीजन में 1,52,630.09 करोड़ रुपये का 808.42 लाख मीट्रिक धान खरीदा गया
   
वर्तमान खरीफ 2020-21 में धान की खरीद इसकी बिक्री वाले राज्यों में सुचारू रूप से जारी है। 06.06.2021 तक 808.42 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान का क्रय किया जा चुका है (इसमें खरीफ फसल का 706.93 लाख मीट्रिक टन और रबी फसल का 101.49 लाख मीट्रिक टन धान शामिल है), जबकि पिछले वर्ष की इसी समान अवधि में 732.93 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा गया था।
   
मौजूदा खरीफ विपणन सत्र में लगभग 119.88 लाख किसानों को पहले ही एमएसपी मूल्य पर 1,52,630.09 करोड़ रुपये का भुगतान करके खरीद कार्य से लाभान्वित किया जा चुका है। धान की खरीद भी सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई है और इसने खरीफ विपणन सत्र 2019-20 के पिछले उच्च स्तर 773.45 लाख मीट्रिक टन के आंकड़े को पार कर लिया है।
   
        
         
दलहन-तिलहन खरीद का आंकड़ा
   
   
खरीफ 2020-21 और रबी 2021 के तहत 06.06.2021 तक सरकार द्वारा अपनी नोडल एजेंसियों के माध्यम से 7,69,287.07 मीट्रिक टन मूंग, उड़द, तुअर, चना, मसूर, मूंगफली की फली, सरसों के बीज और सोयाबीन की खरीद एमएसपी मूल्यों पर की गई है। इस खरीद से तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, हरियाणा और राजस्थान के 4,54,340 किसानों को 4,020.62 करोड़ रुपये की आय हुई है।
   
इसी तरह से, फसल सत्र 2020-21 के दौरान 5,089 मीट्रिक टन खोपरा (बारहमासी फसल) की खरीद कर्नाटक और तमिलनाडु राज्यों से की गई है। इसके लिए 3,961 किसानों को लाभान्वित करते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 52 करोड़ 40 लाख रुपये की अदायगी की गई है। विपणन सत्र 2021-22 के लिए तमिलनाडु से 51000 मीट्रिक टन खोपरा को खरीदने की मंजूरी दी गई है, इसके लिए राज्य सरकार द्वारा निर्धारित तिथि से खरीद कार्य प्रारम्भ कर दिया जायेगा।
   
    
गेहूं खरीद में टॉप 5 राज्यों में पंजाब, मध्य प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान शामिल हैं। कुल खरीद में 132.1 लाख मीट्रिक टन के साथ सबसे ऊपर है, दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश है जहां 128.08 एलएमटी की खरीद हुई है जबकि 84.93 एलएमटी के साथ तीसरे नंबर पर हरियाणा और 45.78 एलएमटी के साथ उत्तर प्रदेश चौथे नंबर पर है। 20.63 एलएमटी के साथ राजस्थान पांचवें नंबर पर जबकि 4.92 फीसदी में देश के अन्य सभी राज्य शामिल हैं।
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चालू रबी विपणन सत्र 2021-22 में गेहूं की 1975 रुपए प्रति क्विंटल पर उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान तथा जम्मू और कश्मीर राज्यों में खरीद अभी जारी है। केंद्रीय उपभोक्तार कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अनुसार 6 जून तक 416.44 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है (जो कि अब तक की खरीद का सबसे उच्चतम स्तर है, क्योंकि इसने आरएमएस 2020-21 के पिछले उच्च स्तर 389.92 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद के आंकड़े को पार कर लिया है), जबकि पिछले साल की इसी समान अवधि में 371.33 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया था। इससे लगभग 45.56 लाख किसान को 82,247.51 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है।
MSP  पर रिकॉर्ड गेहूं खरीददारी में राज्यों की भागीदारी? 
पंजाब 132.1
मध्य प्रदेश 128.8
हरियाणा 84.93
उत्तर प्रदेश 45.78
राजस्थान 20.63
अन्य राज्य 4.92
कुल खरीदारी- 416.44
दोनों सीजन में 1,52,630.09 करोड़ रुपये का 808.42 लाख मीट्रिक धान खरीदा गया
वर्तमान खरीफ 2020-21 में धान की खरीद इसकी बिक्री वाले राज्यों में सुचारू रूप से जारी है। 06.06.2021 तक 808.42 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान का क्रय किया जा चुका है (इसमें खरीफ फसल का 706.93 लाख मीट्रिक टन और रबी फसल का 101.49 लाख मीट्रिक टन धान शामिल है), जबकि पिछले वर्ष की इसी समान अवधि में 732.93 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा गया था।
मौजूदा खरीफ विपणन सत्र में लगभग 119.88 लाख किसानों को पहले ही एमएसपी मूल्य पर 1,52,630.09 करोड़ रुपये का भुगतान करके खरीद कार्य से लाभान्वित किया जा चुका है। धान की खरीद भी सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई है और इसने खरीफ विपणन सत्र 2019-20 के पिछले उच्च स्तर 773.45 लाख मीट्रिक टन के आंकड़े को पार कर लिया है।
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दलहन-तिलहन खरीद का आंकड़ा
खरीफ 2020-21 और रबी 2021 के तहत 06.06.2021 तक सरकार द्वारा अपनी नोडल एजेंसियों के माध्यम से 7,69,287.07 मीट्रिक टन मूंग, उड़द, तुअर, चना, मसूर, मूंगफली की फली, सरसों के बीज और सोयाबीन की खरीद एमएसपी मूल्यों पर की गई है। इस खरीद से तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, हरियाणा और राजस्थान के 4,54,340 किसानों को 4,020.62 करोड़ रुपये की आय हुई है।
इसी तरह से, फसल सत्र 2020-21 के दौरान 5,089 मीट्रिक टन खोपरा (बारहमासी फसल) की खरीद कर्नाटक और तमिलनाडु राज्यों से की गई है। इसके लिए 3,961 किसानों को लाभान्वित करते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 52 करोड़ 40 लाख रुपये की अदायगी की गई है। विपणन सत्र 2021-22 के लिए तमिलनाडु से 51000 मीट्रिक टन खोपरा को खरीदने की मंजूरी दी गई है, इसके लिए राज्य सरकार द्वारा निर्धारित तिथि से खरीद कार्य प्रारम्भ कर दिया जायेगा।