भारत बायोटेक की 'कोवैक्सीन' डेल्टा प्लस वेरिएंट के खिलाफ है प्रभावी: आईसीएमआर
 गाँव कनेक्शन |  Aug 02, 2021, 10:58 IST
भारत बायोटेक की ‘कोवैक्सीन’ डेल्टा प्लस वेरिएंट के खिलाफ है प्रभावी: आईसीएमआर
Highlight of the story: इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने अपने अध्ययन में दावा किया है कि कोरोना की वैक्सीन 'कोवैक्सीन' डेल्टा प्लस वेरिएंट के खिलाफ भी अधिक प्रभावी है।
    देश में कोविड-19 के खिलाफ कई सारी वैक्सीन आ गई हैं, वैक्सीन को लेकर लगातार अध्ययन भी रहे हैं। ऐसे में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने अपने एक अध्ययन में दावा किया है कि कोरोना की वैक्सीन 'कोवाक्सिन' डेल्टा प्लस वेरिएंट के खिलाफ भी अधिक प्रभावी है।    
   
   
भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन 'कोवैक्सीन' को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) के सहयोग से विकसित किया गया है।
   
इससे पहले भारत बायोटेक ने कहा था कि कोवैक्सीन की प्रभावशीलता कोरोना वायरस के खिलाफ 77.8 फीसदी और नए डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ 65.2 फीसदी है। वहीं कोवैक्सीन गंभीर लक्षण वाले मामलों में 93.4 फीसदी प्रभावी रही है।
   
   
भारत बायोटेक के द्वारा कोवैक्सीन के तीसरे फेज के ट्रायल के बाद जारी किए गए आंकड़े
   
बिना लक्षण वाले मामलों में प्रभावकारिता : 63 फीसदी
   
माइल्ड, मॉडरेट और गंभीर मामलों में प्रभावकारिता : 78 फीसदी
   
कोरोना के गंभीर मामलों में प्रभावकारिता : 93 फीसदी
   
डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ प्रभावकारिता : 65 फीसदी
   
 
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भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन 'कोवैक्सीन' को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) के सहयोग से विकसित किया गया है।
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इससे पहले भारत बायोटेक ने कहा था कि कोवैक्सीन की प्रभावशीलता कोरोना वायरस के खिलाफ 77.8 फीसदी और नए डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ 65.2 फीसदी है। वहीं कोवैक्सीन गंभीर लक्षण वाले मामलों में 93.4 फीसदी प्रभावी रही है।
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भारत बायोटेक के द्वारा कोवैक्सीन के तीसरे फेज के ट्रायल के बाद जारी किए गए आंकड़े
बिना लक्षण वाले मामलों में प्रभावकारिता : 63 फीसदी
माइल्ड, मॉडरेट और गंभीर मामलों में प्रभावकारिता : 78 फीसदी
कोरोना के गंभीर मामलों में प्रभावकारिता : 93 फीसदी
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डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ प्रभावकारिता : 65 फीसदी