जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर वैश्विक आतंकवादी घोषित
गाँव कनेक्शन | May 01, 2019, 13:27 IST
जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर वैश्विक आतंकवादी घोषित
Highlight of the story:
लखनऊ। पाकिस्तानी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित किया गया। संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि सैय्यद अकबरूद्दीन ने ट्वीट करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट किया कि मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने में छोटे और बड़े सभी देशों का समर्थन मिला। उन्होंने इस समर्थन के लिए भारत की तरफ से सभी देशों को धन्यवाद दिया।
भारत इससे पहले भी कई बार मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने का प्रयास कर चुका है लेकिन चीन के बार-बार अपने वीटो का प्रयोग करने से ऐसा नहीं हो सका। हालांकि इस बार चीन की तरफ से कोई आपत्ति नहीं दर्ज की गई। चीन ने मंगलवार को ही इसके संकेत दे दिए थे जब बीजिंग की तरफ से कहा गया था, "संयुक्त राष्ट्र द्वारा अजहर को वैश्विक अतंकवादी घोषित करने का यह विवादित मुद्दा अच्छी तरह सुलझ जाएगा।" इससे पहले अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस की ओर से जैश प्रमुख अजहर पर प्रतिबंध लगाने के ताजा प्रस्ताव पर चीन ने मार्च में वीटो लगा दिया था।
आपको बता दें कि मसूद अजहर के संगठन जैश ने फरवरी में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी। इस हमले में चालीस से अधिक भारतीय जवान शहीद हुए थे। अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की यह पिछले 10 साल में पांचवीं कोशिश थी। सबसे पहले 2009 में भारत ने मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव रखा था। फिर 2016 में भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के साथ मिलकर संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध परिषद के समक्ष दूसरी बार प्रस्ताव रखा था।
इन्हीं देशों के समर्थन के साथ भारत ने 2017 में तीसरी बार यह प्रस्ताव रखा, लेकिन इन सभी मौकों पर चीन ने वीटो का इस्तेमाल कर ऐसा होने से रोक दिया था। फिर मार्च, 2019 में भी चीन ने अपने वीटो का प्रयोग किया। लेकिन इस बार अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने इस मुद्दे को सीधे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ले जा कर बीजिंग पर दबाव बढ़ा दिया था।
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भारत इससे पहले भी कई बार मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने का प्रयास कर चुका है लेकिन चीन के बार-बार अपने वीटो का प्रयोग करने से ऐसा नहीं हो सका। हालांकि इस बार चीन की तरफ से कोई आपत्ति नहीं दर्ज की गई। चीन ने मंगलवार को ही इसके संकेत दे दिए थे जब बीजिंग की तरफ से कहा गया था, "संयुक्त राष्ट्र द्वारा अजहर को वैश्विक अतंकवादी घोषित करने का यह विवादित मुद्दा अच्छी तरह सुलझ जाएगा।" इससे पहले अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस की ओर से जैश प्रमुख अजहर पर प्रतिबंध लगाने के ताजा प्रस्ताव पर चीन ने मार्च में वीटो लगा दिया था।
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आपको बता दें कि मसूद अजहर के संगठन जैश ने फरवरी में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी। इस हमले में चालीस से अधिक भारतीय जवान शहीद हुए थे। अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की यह पिछले 10 साल में पांचवीं कोशिश थी। सबसे पहले 2009 में भारत ने मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव रखा था। फिर 2016 में भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के साथ मिलकर संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध परिषद के समक्ष दूसरी बार प्रस्ताव रखा था।
इन्हीं देशों के समर्थन के साथ भारत ने 2017 में तीसरी बार यह प्रस्ताव रखा, लेकिन इन सभी मौकों पर चीन ने वीटो का इस्तेमाल कर ऐसा होने से रोक दिया था। फिर मार्च, 2019 में भी चीन ने अपने वीटो का प्रयोग किया। लेकिन इस बार अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने इस मुद्दे को सीधे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ले जा कर बीजिंग पर दबाव बढ़ा दिया था।