कब होगी बारिश, कब करें किस फसल की बुवाई जैसी कई जानकारियां देगा ये ऐप
 Divendra Singh |  Dec 08, 2018, 08:39 IST | 
 कब होगी बारिश
    लखनऊ। कई बार किसानों को जितना नुकसान बारिश और सूखे से नहीं होता है, उससे ज्यादा असमय बारिश हो जाता है। लेकिन ऐसे में अगर किसान को खेती से जुड़ी हर जानकारी मिलती रहे तो किसान नुकसान से बच सकता है।   
   
ऐसा ही एक ऐप है इफको किसान का ऐप, इसमें मौसम से लेकर मंडी तक का अपडेट रहता है। अगर किसान इन ऐप का इस्तेमाल करें तो न सिर्फ उनका नुकसान कम होगा बल्कि उनकी आमदनी भी बढ़ सकती है।
   
    
   
   
इफको किसान के कंटेंट एजूकेटर विवेक दीक्षित बताते हैं, "किसानों को सही समय पर जानकारी न मिलने पर कई बार उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है। इस ऐप से किसानों को खेती, पशुपालन, मौसम और मंडी संबंधित जानकारियां आसानी से मिल जाती हैं।
   
   
जब अच्छी फसल होती है, तो बार वर्ष फसल के दाम गिर जाते हैं। ऐसे में भी कई बार किसान अच्छा फायदा नहीं ले पाते हैं। किसान अगर इन ऐप का इस्तेमाल करें तो अपनी फसल की अच्छी कीमत घर बैठे पा सकता है।
   
इफको के इस ऐप में किसानों से जुड़ी पूरी जानकारी मिलती है। इसमें फसल का रेट कहां क्या है, यह जानकारी सबसे महत्वपूर्ण है। इससे किसान घर बैठे जानकारी कर सकता है कि उसकी फसल का सही रेट कहां मिल सकता है। इसके अलावा किसान यह भी जान सकता है कि कौन उस फसल को खरीदेगा।
   
इस ऐप से आपको सरकारी की कृषि से जुड़ी सब्सिडी की जानकारी भी मिलती है। इस आधार पर भी आप अपनी पैदावार से ज्यादा फायदे में बदल सकते हैं। इसके अलावा मौसम की जानकारी भी आपको कौन सी फसल लगानी चाहिए, यह फैसला करने में मदद कर सकती है। इसके अलावा मिट्टी से जुड़ी जानकारी, फूड प्रोसेसिंग यूनिट, रिटेलर सहित एग्री मार्केटिंग की जानकारी भी मिल सकती है।
   
इस ऐप में फसलों सहित अन्य कृषि से जुड़ी चीजों के रेट, मौसम की भविष्यवाणी, मिट्टी के टेस्ट सहित जानवरों की देखरेख तक की जानकारी आसानी से ली जा सकती है। यह ऐप एयरटेल के सिम पर उपलब्ध है और इसके लिए कंपनी मामूली सा चार्ज लेती है।
   
कॉपरेटिव के जरिए काम करने वाली इफको भारत ही नहीं दुनिया की सबसे बड़ी संस्था है। जिसमें अकेले भारत से 5 करोड़ किसान सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं। इफको रासायनिक फर्टीलाइजर, बॉयो फर्टीलाइजर और नैनोफर्टीलाइजर के साथ ही किसानों को फसल सुरक्षा और मौसम की जानकारी, बीज आदि के क्षेत्र में काम कर रही है। किसानों को मोबाइल के माध्यम से संदेश पहुंचाने के लिए साल 2007 में इफको किसान संचार की शुरुआत हुई थी। संस्था के द्वारा रोजाना अलग-अलग भाषाओं में 400 वाणी संदेश बनाए जाते हैं और उन्हें मोबाइल के माध्यम से पूरे देश के किसानों को मुफ्त भेजा जाता है। फिलहाल इस योजना से रोजाना करीब 45 लाख ग्रामीण लाभ ले रहे हैं।'
   
इफको देश के 108 एग्रो इकनामिक जोन, यानि देश जिले में कौन सी फसल होती है, कैसा मौसम है, कैसा मौसम होने वाला है आदि के आधार पर वाणी संदेश भेजता है। इफको ने इसके लिए मोबाइल प्रदाता कंपनी एयरटेल से भी करार किया है।
   
    
ऐसा ही एक ऐप है इफको किसान का ऐप, इसमें मौसम से लेकर मंडी तक का अपडेट रहता है। अगर किसान इन ऐप का इस्तेमाल करें तो न सिर्फ उनका नुकसान कम होगा बल्कि उनकी आमदनी भी बढ़ सकती है।
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इफको किसान के कंटेंट एजूकेटर विवेक दीक्षित बताते हैं, "किसानों को सही समय पर जानकारी न मिलने पर कई बार उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है। इस ऐप से किसानों को खेती, पशुपालन, मौसम और मंडी संबंधित जानकारियां आसानी से मिल जाती हैं।
जब अच्छी फसल होती है, तो बार वर्ष फसल के दाम गिर जाते हैं। ऐसे में भी कई बार किसान अच्छा फायदा नहीं ले पाते हैं। किसान अगर इन ऐप का इस्तेमाल करें तो अपनी फसल की अच्छी कीमत घर बैठे पा सकता है।
इफको के इस ऐप में किसानों से जुड़ी पूरी जानकारी मिलती है। इसमें फसल का रेट कहां क्या है, यह जानकारी सबसे महत्वपूर्ण है। इससे किसान घर बैठे जानकारी कर सकता है कि उसकी फसल का सही रेट कहां मिल सकता है। इसके अलावा किसान यह भी जान सकता है कि कौन उस फसल को खरीदेगा।
इस ऐप से आपको सरकारी की कृषि से जुड़ी सब्सिडी की जानकारी भी मिलती है। इस आधार पर भी आप अपनी पैदावार से ज्यादा फायदे में बदल सकते हैं। इसके अलावा मौसम की जानकारी भी आपको कौन सी फसल लगानी चाहिए, यह फैसला करने में मदद कर सकती है। इसके अलावा मिट्टी से जुड़ी जानकारी, फूड प्रोसेसिंग यूनिट, रिटेलर सहित एग्री मार्केटिंग की जानकारी भी मिल सकती है।
इस ऐप में फसलों सहित अन्य कृषि से जुड़ी चीजों के रेट, मौसम की भविष्यवाणी, मिट्टी के टेस्ट सहित जानवरों की देखरेख तक की जानकारी आसानी से ली जा सकती है। यह ऐप एयरटेल के सिम पर उपलब्ध है और इसके लिए कंपनी मामूली सा चार्ज लेती है।
कॉपरेटिव के जरिए काम करने वाली इफको भारत ही नहीं दुनिया की सबसे बड़ी संस्था है। जिसमें अकेले भारत से 5 करोड़ किसान सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं। इफको रासायनिक फर्टीलाइजर, बॉयो फर्टीलाइजर और नैनोफर्टीलाइजर के साथ ही किसानों को फसल सुरक्षा और मौसम की जानकारी, बीज आदि के क्षेत्र में काम कर रही है। किसानों को मोबाइल के माध्यम से संदेश पहुंचाने के लिए साल 2007 में इफको किसान संचार की शुरुआत हुई थी। संस्था के द्वारा रोजाना अलग-अलग भाषाओं में 400 वाणी संदेश बनाए जाते हैं और उन्हें मोबाइल के माध्यम से पूरे देश के किसानों को मुफ्त भेजा जाता है। फिलहाल इस योजना से रोजाना करीब 45 लाख ग्रामीण लाभ ले रहे हैं।'
इफको देश के 108 एग्रो इकनामिक जोन, यानि देश जिले में कौन सी फसल होती है, कैसा मौसम है, कैसा मौसम होने वाला है आदि के आधार पर वाणी संदेश भेजता है। इफको ने इसके लिए मोबाइल प्रदाता कंपनी एयरटेल से भी करार किया है।
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