जानिए कैसे करें पैडी ट्रांसप्लांटर से धान के पौध की रोपाई ?
 vineet bajpai |  May 24, 2017, 17:20 IST
जानिए कैसे करें पैडी ट्रांसप्लांटर से धान के पौध की रोपाई ?
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    लखनऊ। पैडी ट्रांसबप्लांटर से धान की रोपाई के लिए खेत की उथली मताई (Puddling) करना जरूरी है। जिससे चटाईनुमा पौध की अच्छे से रोपाई की जा सके। इस विधि से पौध की जड़े आसानी से मिट्टी को पकड़ लेती है और उनकी वृद्धि भी अच्छी होती है।   
   
खेत की पडलिंग (मताई) करने के लिए भुरभुरा होने वाली नमी की अवस्था में मिट्टी पलटने वाले हल से अच्छी तरह जोतना चाहिये। जुताई करने के बाद खेत को समतल करना चाहिये व साथ-साथ खेत को पानी से भरकर उसमें कम से कम 50 मिमी (2 इंच) पानी का स्तर 24 घंटे तक बनाए रखना चाहिए। उसके बाद फिर से खेती की अच्छे से जुताई करनी चाहिए, जिससे मिट्टी व पानी अच्छी तरह से मिल जाए, उसके बाद उथली मताई करें, लेकिन यह ध्यान रखे कि उथली मताई के लिये 50- 100 मि.मी. (2 से 4 इंच) से अधिक गहराई तक मताई न करें।
   
   धान की मशीन से रोपाई करने के लिये चटाईनुमा नर्सरी की जरूरत होती है। इस लिए अच्छी चटाईनुमा पौध तैयार करना जरूरी है। ताकि आसानी से रोपाई यंत्र की ट्रे में रखी जा सके। धान रोपाई यंत्र से रोपाई के लिये पौध की लंबाई, तने की मोटाई, पौध की उम्र इत्यादि को ध्यान में रखना जरूरी होता है।   
   
   चटाईनुमा पौध तैयार करने में पानी का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है इसलिये बुआई करने के तुरन्त बाद हजारे से पानी देना चाहिए। जिससे अंकुरित बीज सूखने न पाए। तीन से चार दिन तक इस प्रकार आवश्यकतानुसार पानी देते रहें। इस तरह तीन-चार दिन तक पानी देने के बाद बीज अच्छी तरह से जम जाता है। जब पौध की उंचाई बढ़ जाती है तब सतही विवि से सिंचाई की जा सकती है।   
   
   लगभग 20 से 22 दिन में चटाईनुमा पौध रोपाई के लिये तैयार हो जाता है इस समय पौध में 3-4 पत्तियां आ जाती है तथा उंचाई लगभग 15 सेमी. हो जाती है। फ्रेम में पौध तैयार करने पर चटाईनुमा पौध को आवश्यक साईज में दोनों हाथों से उठाकर धान रोपाई यंत्र के प्लेट में सीधे रख दें अथवा यदि बिना फ्रेम के पौध तैयार की गयी हो ती प्लेट की चैड़ाई जितनी चैड़ी चटाईनुमा पौध को धारदार चाकू से काट कर प्लेट में रखा जाये।   
   
               
   
 
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खेत की पडलिंग (मताई) करने के लिए भुरभुरा होने वाली नमी की अवस्था में मिट्टी पलटने वाले हल से अच्छी तरह जोतना चाहिये। जुताई करने के बाद खेत को समतल करना चाहिये व साथ-साथ खेत को पानी से भरकर उसमें कम से कम 50 मिमी (2 इंच) पानी का स्तर 24 घंटे तक बनाए रखना चाहिए। उसके बाद फिर से खेती की अच्छे से जुताई करनी चाहिए, जिससे मिट्टी व पानी अच्छी तरह से मिल जाए, उसके बाद उथली मताई करें, लेकिन यह ध्यान रखे कि उथली मताई के लिये 50- 100 मि.मी. (2 से 4 इंच) से अधिक गहराई तक मताई न करें।
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मशीन से धान रोपाई करने के लिए चटाईनुमा नर्सरी तैयार करने की विधि
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चटाईनुमा पौध को प्लेट में रखने की विधि
- पौध को प्लेट में रखने के के पौध दबाने की राड को हटा लिया जाता है और पौध रखने के बाद राड को दोबारा वहीं लगा दिया जाता है।
- पौध प्लेट में पौध जब आधी रह जाये तो प्लेट को दोबारा भर दिया जाना चाहिये जिससे पौध से पौध की दूरी एक समान बनी रहे।
- चटाईनुमा पौध को ठीक से उठाया जाना चाहिये ताकि इसे मशीन की प्लेट में ठीक से बिना टूटे हुए रखा जा सके।
- चटाईनुमा पौधों को प्लेट आसानी से सरकते हुए प्रवेश कराना चाहिए।
- यदि पौध प्लेट में अधिक समय तक रखी हो तो उसे प्लेट से निकाल लेना चाहिये और प्लेट में चिपकी हुई मिट्टी को साफ कर देना चाहिए ताकि पौध को पुनः प्लेट में आसानी से रखा जा सके।