पेट की चर्बी कम करनी है तो आज से शुरू कर दीजिए पादहस्तासन
Rekha Khanna | Nov 04, 2023, 02:31 IST |
पेट की चर्बी कम करनी है तो आज से शुरू कर दीजिए पादहस्तासन
शरीर के वज़न को नियंत्रित रखना हो या पेट की चर्बी कम करनी हो तो कीजिए पादहस्तासन
शरीर के बढ़ते वजन को लेकर अधिकतर लोग परेशान रहते हैं, जबकि कुछ आसन के माध्यम से पेट की चर्बी को कम किया जा सकता है। ऐसा ही एक आसन है पादहस्तासन।
पादहस्तासन शब्द तीन शब्दों से मिलकर बना है। इसका पहला शब्द पाद जिसका अर्थ पैर होता है, दूसरा शब्द हस्त् जिसका अर्थ हाथ है और तीसरा शब्द आसन जिसका अर्थ 'मुद्रा' होता है।
सबसे पहले अपने आसन पर सीधे खड़े हो जाएँ। दोनों हाथों को नीचे की ओर सीधा रखें और दृष्टि सामने की तरफ। स्वास भरते हुए दोनों हाथों को ऊपर की ओर ले जाएँ , दोनों भुजाएँ कान से लगा लीजिये, अब स्वास छोड़ते हुए कमर की ओर से नीचे की ओर झुकें।
ध्यान रखें कि कमर का ऊपरी हिस्सा सीधा रखना है, सिर्फ कमर को ही मोड़ना है। इस स्थिति में आपका पेट जंघा से लगा होगा और छाती घुटनों से।
हमेशा याद रखें कि आसन अपनी क्षमतानुसार ही करें, शरीर के साथ ज़ोर ज़बरदस्ती न करें।
आसन में 30 सेकंड तक बने रहें फिर धीरे-धीरे वापस पहले की अवस्था में आ जाएँ।
पादहस्तासन से पेट की मांसपेशियों की मालिश बहुत अच्छे से होती है, जिस कारण लगभग पेट की सभी समस्याएँ दूर रहती हैं, जैसे कि अपच, कब्ज, मोटापा आदि।
पादहस्तासन के नियमित अभ्यास से बच्चों की लम्बाई बढ़ती है, क्योंकि अभ्यास करते समय जांघ की मांसपेशियों में खिंचाव होता है। साथ ही में यह शरीर में संतुलन और लचीलेपन में सुधार करता है।
पादहस्तासन का अभ्यास करने से शरीर में रक्त संचार बेहतर ढंग से होता है।
अगर निचली कमर में चोट हो।
साइटिका की समस्या हो।
या मोतियाबिंद की समस्या हो तो यह आसन न करें।
यदि आप किसी स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या से परेशान हैं तो अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
पादहस्तासन शब्द तीन शब्दों से मिलकर बना है। इसका पहला शब्द पाद जिसका अर्थ पैर होता है, दूसरा शब्द हस्त् जिसका अर्थ हाथ है और तीसरा शब्द आसन जिसका अर्थ 'मुद्रा' होता है।
पादहस्तासन योग करने का सही तरीका
ध्यान रखें कि कमर का ऊपरी हिस्सा सीधा रखना है, सिर्फ कमर को ही मोड़ना है। इस स्थिति में आपका पेट जंघा से लगा होगा और छाती घुटनों से।
हमेशा याद रखें कि आसन अपनी क्षमतानुसार ही करें, शरीर के साथ ज़ोर ज़बरदस्ती न करें।
आसन में 30 सेकंड तक बने रहें फिर धीरे-धीरे वापस पहले की अवस्था में आ जाएँ।
पादहस्तासन के फायदे
पादहस्तासन के नियमित अभ्यास से बच्चों की लम्बाई बढ़ती है, क्योंकि अभ्यास करते समय जांघ की मांसपेशियों में खिंचाव होता है। साथ ही में यह शरीर में संतुलन और लचीलेपन में सुधार करता है।
पादहस्तासन का अभ्यास करने से शरीर में रक्त संचार बेहतर ढंग से होता है।
सावधानी
साइटिका की समस्या हो।
या मोतियाबिंद की समस्या हो तो यह आसन न करें।
यदि आप किसी स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या से परेशान हैं तो अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।