कहीं आपके ATM/Debit Card की जानकारी भी तो चोरी नहीं हुई? तुरंत उठाएं ये कदम
गाँव कनेक्शन | Nov 07, 2016, 16:37 IST
कहीं आपके ATM/Debit Card की जानकारी भी तो चोरी नहीं हुई? तुरंत उठाएं ये कदम
Highlight of the story:
स्वयं डेस्क
लखनऊ। हाल ही में जब कई डेबिट कार्ड धारकों ने अपने बैंकों में ये शिकायत दर्ज करवाई कि उनके कार्ड से चीन और अमेरिका जैसे देशों में रुपए निकाले गए हैं तो सरकारी संस्थाओं ने इसे गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की और पाया कि देश के बैंकिंग सेक्टर में एक बहुत बड़ी जालसाज़ी को अंजाम दिया गया है। सरकारी और निजी बैंकों के लाखों ग्राहकों के डेबिट कार्ड की जानकारी चुरा ली गई है।
भारतीय बैंकों के कार्डधारकों की जानकारी में हुई इस सेंधमारी से 32 लाख डेबिट कार्ड प्रभावित होने की आशंका है। इस बार में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) जांच कर रही है।
NPCI ने अपनी इन्वेस्टिगेशन में पाया कि डेबिटकार्ड धारकों का यह डाटा 'हिताची पेमेंट्स सर्विसेज' की प्रणाली में मालवेयर वायरस डालकर चुराया गया है। 'हिताची पेमेंट्स सर्विसेज' कंपनी बैंकों को ऑनलाइन वित्तीय लेन-देने की सुविधाएं प्रदान करती है। येस बैंक इसी कपंनी की सेवाएं लेता रहा है। हालांकि मामला उठने के बाद यस बैंक ने इससे किनारा कर लिया है।
ये एक ऐसा सॉफ्टवेयर प्रोग्राम होता है जिसे ट्रोजन, स्पाइवेयर जैसे वायरसों को मिलाकर तैयार किया जाता है। अगर इस वायरस से प्रभावति किसी भी कंपनी के एटीएम सुविधा का आप प्रयोग करेंगे तो आपकी सारी जानकारी ये वायरस चुरा लेगा और इसे बनाने वाले लोगों को भेज देगा। इस जानकारी से सेंधमार आपके एकाउंट से पैसे आराम से निकाल सकता है।
इस सेंधमारी की घटना के बाद यदि आपके एकाउंट से पैसा निकला है तो घबराएं नहीं नियमत: बैंक को 10 कार्यदिवस के अंदर आप का पैसा वापस करना होगा। इसके लिए ग्राहक को तीन दिन के अंदर ही धोखाधड़ी की सूचना देनी होगी।
लखनऊ। हाल ही में जब कई डेबिट कार्ड धारकों ने अपने बैंकों में ये शिकायत दर्ज करवाई कि उनके कार्ड से चीन और अमेरिका जैसे देशों में रुपए निकाले गए हैं तो सरकारी संस्थाओं ने इसे गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की और पाया कि देश के बैंकिंग सेक्टर में एक बहुत बड़ी जालसाज़ी को अंजाम दिया गया है। सरकारी और निजी बैंकों के लाखों ग्राहकों के डेबिट कार्ड की जानकारी चुरा ली गई है।
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भारतीय बैंकों के कार्डधारकों की जानकारी में हुई इस सेंधमारी से 32 लाख डेबिट कार्ड प्रभावित होने की आशंका है। इस बार में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) जांच कर रही है।
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कैसे हुई ये सेंधमारी?
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मालवेयर वायरस है क्या, इसने कैसे चुराई जानकारी?
आपका कार्ड ब्लॉक होने पर यह होगी प्रक्रिया, बरतें सावधानी
- इस सेंधमारी से बचाने के लिए ऐसा हो सकता है कि आपका बैंका आप का डेबिट कार्ड बंद कर दे। ऐसा होने पर घबराएं नहीं, बैंक से संपर्क करें। बैंक आप को मुफ्त में नया कार्ड बनाकर नए पिन के साथ देगा।
- ऐसे किसी हमले का शिकार आप का कार्ड न हो तो इसलिए तुरंत अपने कार्ड का पिन बदल दें। ऐसा आप मोबाइल या इंटरनेट के माध्यम से घर बैठे कर सकते हैं।
- इंटरनेट बैंकिंग इस्तेमाल करते समय बैंक आप से अधिकतम निष्कासन की सीमा पूछता है, इसे ज़रूर भरें। ऐसा करने पर यदि आपके एकाउंट की डीटेल चोरी हो भी गई तो चोर आप का एकाउंट खाली नहीं कर पाएंगे।
अगर चोरी हुआ आपका पैसा तो बैंक करेगा वापस
अगर इस्तेमाल करते हैं डेबिट कार्ड तो इन बातों का भी रखें ध्यान
- अपना एटीएम पिन एक निश्चित अंतराल पर बदलते रहें।
- एटीएम मशीन प्रयोग करते समय किसी अजनबी से मदद न मांगे, कई बार ऐसे लोग कार्ड बदल कर पैसे निकाल लेते हैं। पैसे निकालते समय जल्दबाजी न करें और न ही किसी और के सामने अपना पासवर्ड डालें।
- कई बार लोग अपना पासवर्ड याद रखने के लिए अपने डेबिट कार्ड के कवर पर पासवर्ड लिख देते हैं। ऐसा बिल्कुल भी नहीं करें ये बहुत खराब आदत है। अगर आपका कार्ड कहीं खो जाए तो आपके पैसे का गलत लेन-देन हो सकता है। इसलिए कभी भूलकर भी अपना पासवर्ड कहीं ऐसी जगह पर न लिखें जिससे आपका नुकसान हो जाए।
- अपना एक मोबाइल नंबर ही रखें जिसे बैंक के साथ अपडेट करें। इससे तुरंत ही एलर्ट मैसेज आ जाता है, जिससे आप सचेत हो सकते हैं।