ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा के साथ-साथ बच्चों की तस्करी रोकने की भी होती है टीसी की जिम्मेदारी
Karan Pal Singh | Dec 09, 2017, 13:55 IST |
ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा के साथ-साथ बच्चों की तस्करी रोकने की भी होती है टीसी की जिम्मेदारी
लखनऊ। ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए भारतीय रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है। आपको नहीं पता होगा लेकिन कुछ समय पहले भारतीय रेलवे ने टीसी की ड्यूटी और जिम्मेदारियों में बदलाव किए गए। अब टीसी सफर के दौरान यात्रियों को मिलने वाली सुविधाओं पर तो नजर रखेंगे ही, साथ ही वह यह भी देखेंगे कि बच्चों की तस्करी के लिए ट्रेन का इस्तेमाल न हो। इसके लिए उन्हें कहा गया है कि वे सफर के दौरान ऐसे संदिग्ध लोगों पर भी नजर रखेंगे।
रेलवे की ओर से ट्रेन कंडक्टरों के लिए कुछ दिन पहले जारी गाइड लाइन में कहा गया है कि जिस स्टेशन से ट्रेन रवाना होनी है, वहां ट्रेन कंडक्टर को ट्रेन रवाना होने से कम से कम एक घंटे पहले पहुंचना होगा और अगर कंडक्टर को बीच में किसी स्टेशन से अपनी डयूटी शुरू करनी है तो उसे वहां भी आधा घंटा पहले पहुंचना होगा।
ट्रेन में टीसी यह भी सुनिश्चित करेगा कि कोच में कोई अनधिकृत व्यक्ति न हो। महत्वपूर्ण है कि वह ये भी चेक करेगा कि टॉयलेट में नल ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं। इसी तरह से टीसी की जिम्मेदारी होगी कि रात 10 बजे से सुबह 6 बजे के बीच कोच का गेट बंद रहे।
ट्रेन में सफाई नहीं है तो ऑन बोर्ड सफाई कर्मचारियों से सफाई कराने की जिम्मेदारी भी उसी की होगी। वह अपने पास कंप्लेन बुक रखेगा और यह भी सुनिश्चित करेगा कि अगर ट्रेन में खाने को लेकर यात्रियों की शिकायत है तो खाना परोसने वाले कर्मचारियों से वह पैसिंजरों को उपलब्ध कराए।
वह अपने पास भी कंप्लेन बुक रखेगा। इसके अलावा वह एफआईआर के ब्लैंक फॉर्म भी रखना उसकी जिम्मेदारी होगी ताकि क्राइम होने पर फॉर्म भर कर उसे पुलिस को दिया जा सके। ट्रेन में यात्री को सिगरेट पीते पकड़ने पर भी वह ऐक्शन ले सकेगा।