घर में किचन गार्डन बनाना चाहते हैं तो अपनाएं ये टिप्स
 vineet bajpai |  Jul 09, 2017, 09:04 IST
घर में किचन गार्डन बनाना चाहते हैं तो अपनाएं ये टिप्स
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    लखनऊ। अच्छी सेहत के लिए जरूरी है कि आप पौष्टिक खाना खाएं, जैसे कि हरी सब्जियां। खनिज तत्वों से भरपूर ये सब्जियां शरीर को तंदरुस्त रखने में मदद करती हैं। मार्केट में आजकल सभी तरह की सब्जियां मिलती हैं पर जरुरी नही हैं कि वह ताज़ी हो। इस लिए ताजी हरी सब्जियों के लिए आप घर में खाली पड़ी जगह में ही किचन गार्डन बना कर आपनी मौसमी व पसंदीदा सब्जी को उगा सकते हैं। जैसे कि गार्डन में टमाटर, मिर्च, पुदीना, हरा धनिया आदि लगा सकते हैं।   
   
आए हम आपको किचन गार्डन से संबंधित कुछ ऐसे टिप्स देते हैं, जो आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होगें। साथ ही यह गार्डन को तैयार करने और सही सब्जी व फलों का चुनाव करने में भी मददगार साबित होगें।
   
      
   
 
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आए हम आपको किचन गार्डन से संबंधित कुछ ऐसे टिप्स देते हैं, जो आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होगें। साथ ही यह गार्डन को तैयार करने और सही सब्जी व फलों का चुनाव करने में भी मददगार साबित होगें।
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- घर के पिछले हिस्से में ऐसी जगह का चुनाव करें जहां सूरज की रोशनी पहुंचती हो। क्योंकि सूरज की रोशनी से ही पौधे का विकास संभव है। पौधों को रोज 5-6 घंटे सूरज की रोशनी मिलना बहुत जरूरी होता है। इसलिए अपना गार्डन छांव वाले जगह पर न बनाएं।
- यह जान ले कि किचन गार्डन की मिट्टी में पानी की पर्याप्त मात्रा है। साथ ही नियमित रूप से पानी निकास की भी व्यवस्था है क्योकि बहुत ज्यादा या बहुत कम पानी पौधों के लिए नुकसानदायक होता है।
- मिट्टी को अच्छे से तैयार कर लें। मिट्टी में अगर पत्थर हो तो उसे हटा लें। साथ ही मिट्टी में खाद आदि भी मिलाएं।
- ऐसे फलों और सब्जियों का चुनाव करें जिसे आप सबसे पहले उगाना चाहते हैं। पौधे का चुनाव करते समय मिट्टी, जलवायु और उनके प्रतिदिन की जरूरतों का ध्यान जरूर रखें।
- पौधो को देखते हुए ही गार्डन तैयार करे। इसे आपके गार्डन का रखरखाव भी आसान होगा और गार्डन व्यवस्थित दिखेगा।
- आपके पौधों को शुरुआती दौर में बहुत अधिक पालन-पोषण की जरूरत पड़ेगी। आपको पौधे के अनुसार ही उन्हें पोषक तत्व देना चाहिए।
- पौधों को नियमित पानी देना बेहद जरूरी है। खासकर पौधा जब छोटा होता है तो उसे पानी की निहायत जरूरत होतीहै, क्योंकि उनकी जड़ें इतनी गहरी नहीं होती है कि मिट्टी से पानी सोख सके।