ये सावधानी बरतें तो कटे अंगों को भी जोड़ा जा सकता है

Mohit Asthana | Aug 26, 2017, 14:22 IST
ये सावधानी बरतें तो कटे अंगों को भी जोड़ा जा सकता है

Highlight of the story:

लखनऊ। बीती बुधवार को लखीपुर में छेड़खानी का विरोध करने पर एक शोहदे ने लड़की पर तलवार से वार कर दिया था, जिससे उसके हाथ का पंजा कटकर अलग हो गया। लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के डॉक्टरों ने 11 घंटे के ऑपरेशन के बाद लड़की का हाथ जोड़ दिया। कटे अंग को जोड़कर डाॅक्टरों ने मिसाल पेश की आैर संदेश भी दिया कि अगर थोड़ी सावधानी बरती जाए तो कटे अंग को वापस जोड़ा जा सकता है।
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अगर आपके या आपके किसी जानने वाले के साथ ऐसी कोई घटना घटित हो जाए तो कटे अंग को सावधानी के साथ
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डॉक्टर के पास ले जाएं आैर ये सावधानियां बरतें........

अंग को इंफेक्शन से बचाना जरूरी

आमतौर पर जब कभी किसी के शरीर का कोई अंग कट जाये तो प्राथमिक रूप में उस अंग को इंफेक्शन से बचाना जरूरी होता है, लेकिन उस समय ऐसा भी हो सकता है कि हमारे पास ऐसा कुछ भी नहीं होता है जिसकी वजह से हम उस अंग को सुरक्षित रख पाएं।
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गाँव देहात में तो उम्मीद ही नहीं की जा सकती है। ऐसे में उस अंग को नल के पानी से धोकर उसे एक साफ पॉलीथिन के अंदर रख दें और पॉलीथीन के चारों ओर बर्फ से उसे ढ़क दीजिये ताकि अंग सड़ने से बच सके।
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सलाइन से भिगोकर पट्टी में लपेटें

कटे अंग को सबसे पहले सलाइन में भिगोकर एक पट्टी में लपेटकर रख देना चाहिये। फिर प्लास्टिक में बर्फ रखकर उसे ढ़क दें और जल्द से जल्द उसे सर्जरी वार्ड में पहुंचाएं ताकि आक्सीजन और खून के दौरान के बिना वो सड़े नहीं।

साफ चीजों से कटने वाले अंग ही जुड़ सकते है

अगर अंग किसी साफ चीज से कटा है जैसे चारा काटने वाली मशीन, तलवार या हसिया तब तो उस अंग के जोड़े जाने का प्रयास किया जा सकता है। जिसमें एक किनारे से दूसरे किनारे को जोड़ना संभव हो। किसी वाहन या ट्रेन की चपेट में आने वाले अंगों को नहीं जोड़ा जा सकता है।

कटी अंगुली जुड़ने की संभावना कम होती है

अगर किसी की अंगुली कट जाती है तो उसके जुड़ने की संभावना कम होती है। अंगुली की नसें इतनी महीन होती है कि उन्हें माइक्रो सर्जरी से जोड़ने में दिक्कत आती है तो इस तरह के मामले में सफलता मिलने की संभावना कम रहती है। भले ही वो साफ तरीके से कटा हो।

जल्द से जल्द पहुंचे सर्जन के पास

अगर किसी का अंग कट जाता है तो ऊपर के तरीकों को अपना कर जल्द से जल्द उस अंग को लेकर आप चिकित्सक के पास पहुंचे। हांलाकि 6 घंटे के बाद अंग खराब हो जाता है

(केजीएमयू के आर्थो सर्जन डॉक्टर आशीष कुमार से बातचीत के अनुसार)

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