छठ पूजा: ठेकुआ से लेकर सूरन की सब्जी, आप भी बनाइए स्वादिष्ट व्यंजन
 Shillpi A Singh |  Nov 11, 2021, 08:04 IST | 
 छठ पूजा: ठेकुआ से लेकर सूरन की सब्जी
चार दिनों तक चलने वाले छठ महापर्व में उपवास तो रखा ही जाता है, साथ ही इस महापर्व में कई तरह के स्वादिष्ट व्यंजन भी बनाएं जाते हैं। यहां पर आपको छह ऐसे ही स्वादिष्ट व्यंजनों की आसान विधि के बारे में बता रहे हैं।
    छठ पूजा उत्तर भारत के कई राज्यों में मनाया जाता है और सूर्य देव और छठी मैया को समर्पित यह त्योहार विशेष व्यंजनों के बिना अधूरा है।   
   
जैसा कि भारतीय त्योहारों के साथ होता है, छठ का चार दिवसीय त्योहार भी कई तरह के स्वादिष्ट व्यंजनों के साथ आता है - ठेकुआ, कोहड़ा की सब्जी, चना दाल कद्दू, ओल (सूरन) की चटनी, पकौड़े।
   
छठ महापर्व में बनने वाले ज्यादातर परंपरागत व्यंजन पूरी तरह से सात्विक तरीके से बनते हैं, यानी इसमें प्याज और लहसुन का इस्तेमाल नहीं होता है। अनुष्ठानिक महत्व के अलावा, इन खाद्य पदार्थों के कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं, क्योंकि व्रती 36 घंटे तक बिना भोजन और पानी के रहते हैं।
   
पेश हैं छठ में बनने वाली छह खास रेसिपी, जो बनाने में आसान और पौष्टिक भी हैं। इन्हें बनाएं, शेयर करें और उनका स्वाद लें।
   
   सामग्री:   
   
गुड़ (500 ग्राम)
   
दरदरा पिसा गेहूं का आटा (1 किलो)
   
सौंफ
   
पानी
   
सबसे पहले कढ़ाई में थोड़ा सा पानी गर्म करें और धीरे-धीरे गुड़ मिलाएं और इसे घुल जाने दें। गुड़ के शीरा तैयार है कि नहीं यह जानने के लिए अपनी अंगुली में एक बूंद शीरा गिराकर अंगुठे से उसे फैलाएं अगर धागे जैसा बनता है कि नहीं। गुड़ और आटे का मिश्रण 1:2 के अनुपात में होना चाहिए।
   
इसके बाद आटे में धीरे-धीरे गुड़ का शीरा और सौंफ मिलाएं और आटे को गूथ लें। अगर व्रती के लिए बना रहे हैं तो इसमें आटा न मिलाएं। ठेकुआ को कुरकुरा बनाने के लिए इसमें घी मिलाएं।
   
इसके बाद आटे की लोई से छोटी-छोटी गोलियां बना लें और इसे ठेकुआ मोल्ड पर रखें और दबाएं।
   
अब इसे घी या फिर रिफाइंड ऑयल में डीप फ्राई कर लें। ठेकुआ को सुनहरा तलने के बाद इसे किसी पेपर नैपकीन या फिर कपड़े में रख दें, ताकि एक्स्ट्रा तेल सोख ले, बस आपका ठेकुआ बनकर तैयार है।
   
     ठेकुआ गेहूं के आटे और गुड़ से बनता है। फोटो: एकलव्य प्रसाद       छठ व्यंजन 2: कोहड़ा (कद्दू) की सब्जी
         ठेकुआ गेहूं के आटे और गुड़ से बनता है। फोटो: एकलव्य प्रसाद       छठ व्यंजन 2: कोहड़ा (कद्दू) की सब्जी   
   
   
सामग्री:
   
कद्दू (500 ग्राम)
   
पंच फोरन, जिसमें पांच तरह के मसाले- जीरा, मेथी, कलौंजी, सौंफ और राई होती है।
   
2-3 चम्मच घी
   
2-3 सूखी लाल मिर्च
   
नमक स्वादानुसार
   
गुड़ या चीनी (20 ग्राम से ज्यादा नहीं)
   
     कद्दू की सब्जी। फोटो: विकीपीडिया कॉमन्स       कद्दू को बिना छीले छोटे चौकोर टुकड़े में काट लें। एक कढ़ाई में घी गर्म करें और इसमें पंच फोरन और सूखी मिर्च का तड़का लगाएं। इसके बाद इसमें कद्दू डाल दें और अच्छी तरह से मिला लें। इसके बाद इसमें हल्दी, नमक डालकर ढक्कन लगा दें और आंच धीमी कर दें।
         कद्दू की सब्जी। फोटो: विकीपीडिया कॉमन्स       कद्दू को बिना छीले छोटे चौकोर टुकड़े में काट लें। एक कढ़ाई में घी गर्म करें और इसमें पंच फोरन और सूखी मिर्च का तड़का लगाएं। इसके बाद इसमें कद्दू डाल दें और अच्छी तरह से मिला लें। इसके बाद इसमें हल्दी, नमक डालकर ढक्कन लगा दें और आंच धीमी कर दें।   
   
   
जब कद्दू नरम हो जाए तो इसमें गुड़ डालकर अच्छी तरह से मिला लें। सब्जी पानी छोड़ने लगे तो आंच थोड़ी बढ़ा दें।
   
जैसे ही कद्दू का रंग बदल जाए, समझिए आपकी सब्जी तैयार है।
   
   सामग्री   
   
लौकी 500 ग्राम
   
मेथी के दाने
   
2 सूखे लाल मिर्च
   
हल्दी पाउडर एक टेबल स्पून
   
नमक स्वादानुसार
   
चने की दाल 100 ग्राम
   
हरी धनिया
   
घी/तेल 1 टेबल स्पून
   
लौकी का छीलकर छोटे-छोटे चौकोर टुकड़ों में काट लें। चना दाल को अच्छी तरह धोकर रात भर के लिए पानी में भिगो दें या फिर कूकर में उबाल लें।
   
     चना दाल कद्दू       कढ़ाई में तेल गर्म करके जीरा और मिर्च का तड़का दें इसके बाद इसमें कटी हुई लौकी, हल्दी और नमक मिला लें। कढ़ाई को ढक दे और आंच धीमी कर दें। बीच-बीच में कलछी से चलाते भी रहें। सब्जी पानी छोड़ती है पकने में मदद करती है।
         चना दाल कद्दू       कढ़ाई में तेल गर्म करके जीरा और मिर्च का तड़का दें इसके बाद इसमें कटी हुई लौकी, हल्दी और नमक मिला लें। कढ़ाई को ढक दे और आंच धीमी कर दें। बीच-बीच में कलछी से चलाते भी रहें। सब्जी पानी छोड़ती है पकने में मदद करती है।   
   
   
लौकी और कद्दू अच्छी तरह से पक जाए तो उसे आंच से उतार लें और हरी धनिया से सजा दें, लीजिए आपका चना दाल लौकी खाने के लिए तैयार है।
   
   सामग्री    
   
ओल/सूरन/जिमीकंद 250 ग्राम
   
नमक आधा चम्मच
   
नींबू का रस 1 टेबल स्पून
   
सरसों का तेल
   
1 मध्यम आकार का प्याज
   
दो हरी मिर्च
   
एक मध्यम आकार के प्याज, 10 लहसुन की कली और अदरक के छोटे टुकड़े का पेस्ट
   
2 तेजपत्ता
   
2 सूखी लाल मिर्च
   
साबुत चीरा एक चम्मच
   
देशी घी एक चम्मच
   
हल्दी पाउडर 2 चम्मच
   
कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर 2 चम्मच
   
जीरा पाउडर 1 चम्मच
   
गरम मसाला पाउडर आधा चम्मच
   
धनिया पाउडर 3 चम्मच
   
काली मिर्च पाउडर आधा चम्मच
   
नमक स्वादानुसार
   
सूरन को अच्छी तरह से धोकर, साफ करके चौकोर आकार के एक बराबर टुकड़ों में काट लें। इसे काटते हुए अपने हाथों में सरसों का तेल जरूर लगा लें, क्योंकि इससे हाथ में खुजली होने लगती है। इसके साथ ही हल्दी और नमक लगाकर मैरिनेट करने के लिए रख सकते हैं। नहीं तो इसे थोड़े से पानी में नमक और नींबू का रस डालकर 10 मिनट के लिए उबाल भी सकते हैं। उबालने के बाद इसका सारा पानी निकाल दें।
   
     ओल जिसे सूरन और जिमीकंद भी कहा जाता है। फोटो: दिवेंद्र सिंह       जिमीकंद के टुकड़ों को सरसों के तेल में सुनहरा होने तक तल लें। इसे तलने के बाद किसी प्लेट में अलग से रख लें।
         ओल जिसे सूरन और जिमीकंद भी कहा जाता है। फोटो: दिवेंद्र सिंह       जिमीकंद के टुकड़ों को सरसों के तेल में सुनहरा होने तक तल लें। इसे तलने के बाद किसी प्लेट में अलग से रख लें।   
   
   
करी तैयार करने के लिए सबसे पहले गर्म तेल में तेज पत्ता, लाल मिर्च और प्याज डाल दें। जैसे प्याज का रंग गहरा सुनहरा हो जाए, इसमें प्याज, अदरक, लहसुन का पेस्ट डाल दें। इसे अच्छी तरह से मिलाने के बाद इसमें सूखे मसाले और नमक डाल दें। साथ ही थोड़ा सा पानी भी डाल दें, जिससे मसाले अच्छी तरह से पक जाएं। इसे किसी ढक्कन से ढककर धीमी आंच में पकाएं।
   
एक बार जैसे ही यह पक जाए, इसमें और पानी मिला दें और जब सब कुछ अच्छी तरह पककर उबलने लगे तो इसमें तले हुए जिमीकंद के टुकड़े डाल दीजिए। इसमें ऊपर से गर्म मसाला पाउडर डालकर फिर से ढक्कन लगा दें, इसे दो मिनट से ज्यादा न पकाएं।
   
इसके साथ ही आप घी में जीरे का तड़का देकर ऊपर से भी इसमें डाल सकते हैं, इससे सब्जी का स्वाद बहुत अच्छा आ जाता है। इसे उबले हुए चावल और रोटी के साथ परोसिए।
   
   सामग्री
   
   
ओले/सूरन/जिमीकंद 250 ग्राम
   
नमक
   
हरी मिर्च (बारीक कटी हुई) 2
   
पीली सरसों (पाउडर) आधा छोटा चम्मच
   
अदरक (कसा हुआ) 1 छोटा चम्मच
   
लहसुन (बारीक कटा हुआ) 1 छोटा चम्मच
   
अजवायन आधा छोटा चम्मच
   
कलौंजी आधा छोटा चम्मच
   
सरसों का तेल 2 बड़े चम्मच
   
नमक स्वादअनुसार
   
सूरन को धोइये, साफ कीजिये, छीलिये और बराबर आकार के चौकोर टुकड़ों में काट लीजिये। इसे काटते समय अपने हाथों पर सरसों के तेल का प्रयोग करें क्योंकि इससे खुजली हो सकती है। इसे पानी और नमक में पकाएं। एक बार जब यह हो जाए, तो पानी निकाल दें और इसे सूखने दें।
   
एक बाउल में अन्य सामग्री डालें, उबला हुआ रतालू डालें और अच्छी तरह मिलाएं। सरसों का तेल डालकर धूप में रख दें। एक एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें बस आपका ओल की चटनी बनकर तैयार है।
   
   सामग्री    
   
सब्जियां – आलू, बैंगन, कच्चा केला, मटर, पालक के पत्ते, और प्याज/लहसुन के पत्ते, फूलगोभी
   
बेसन
   
चावल का आटा
   
पानी
   
नमक
   
अजवाइन
   
अदरक-लहसुन-मिर्च का पेस्ट
   
सरसों का तेल तलने के लिए
   
आलू, बैंगन और कच्चे केले को पतले गोल स्लाइस में काटा जाता है। चावल का आटा, अदरक-लहसुन-मिर्च का पेस्ट और नमक के साथ बेसन का गाढ़ा घोल तैयार करें। कटी हुई सब्जियों को इसमें डुबोकर और फिर धीमी आंच पर तवे पर पकाया जाता है। जब यह गहरे सुनहरे भूरे रंग का हो जाए, तो यह परोसने के लिए तैयार है। इन्हें बचका कहा जाता है।
   
     प्याज के पकौड़े। फोटो: दिवेंद्र सिंह       मटर, पालक के पत्ते, और प्याज/लहसुन के पत्ते इसी तरह से बनाते हैं, लेकिन तेल में गहरे तले हुए होते हैं और छनुआ कहलाते हैं।
         प्याज के पकौड़े। फोटो: दिवेंद्र सिंह       मटर, पालक के पत्ते, और प्याज/लहसुन के पत्ते इसी तरह से बनाते हैं, लेकिन तेल में गहरे तले हुए होते हैं और छनुआ कहलाते हैं।   
   
   
जब सब्जियां, जैसे आलू, फूलगोभी, बैंगन आदि को बेसन के पतले घोल में अदरक-लहसुन-मिर्च के पेस्ट और नमक के साथ मिलाकर डीप फ्राई किया जाता है, तो वे पकौड़े कहलाते हैं।
   
तो आप आज क्या बनाएंगे, सूरन की सब्जी, चना दाल-लौकी या फिर गर्मागर्म पकौड़े?
   
        
जैसा कि भारतीय त्योहारों के साथ होता है, छठ का चार दिवसीय त्योहार भी कई तरह के स्वादिष्ट व्यंजनों के साथ आता है - ठेकुआ, कोहड़ा की सब्जी, चना दाल कद्दू, ओल (सूरन) की चटनी, पकौड़े।
छठ महापर्व में बनने वाले ज्यादातर परंपरागत व्यंजन पूरी तरह से सात्विक तरीके से बनते हैं, यानी इसमें प्याज और लहसुन का इस्तेमाल नहीं होता है। अनुष्ठानिक महत्व के अलावा, इन खाद्य पदार्थों के कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं, क्योंकि व्रती 36 घंटे तक बिना भोजन और पानी के रहते हैं।
पेश हैं छठ में बनने वाली छह खास रेसिपी, जो बनाने में आसान और पौष्टिक भी हैं। इन्हें बनाएं, शेयर करें और उनका स्वाद लें।
छठ व्यंजन विधि 1 : ठेकुआ
गुड़ (500 ग्राम)
दरदरा पिसा गेहूं का आटा (1 किलो)
सौंफ
पानी
सबसे पहले कढ़ाई में थोड़ा सा पानी गर्म करें और धीरे-धीरे गुड़ मिलाएं और इसे घुल जाने दें। गुड़ के शीरा तैयार है कि नहीं यह जानने के लिए अपनी अंगुली में एक बूंद शीरा गिराकर अंगुठे से उसे फैलाएं अगर धागे जैसा बनता है कि नहीं। गुड़ और आटे का मिश्रण 1:2 के अनुपात में होना चाहिए।
इसके बाद आटे में धीरे-धीरे गुड़ का शीरा और सौंफ मिलाएं और आटे को गूथ लें। अगर व्रती के लिए बना रहे हैं तो इसमें आटा न मिलाएं। ठेकुआ को कुरकुरा बनाने के लिए इसमें घी मिलाएं।
इसके बाद आटे की लोई से छोटी-छोटी गोलियां बना लें और इसे ठेकुआ मोल्ड पर रखें और दबाएं।
अब इसे घी या फिर रिफाइंड ऑयल में डीप फ्राई कर लें। ठेकुआ को सुनहरा तलने के बाद इसे किसी पेपर नैपकीन या फिर कपड़े में रख दें, ताकि एक्स्ट्रा तेल सोख ले, बस आपका ठेकुआ बनकर तैयार है।
356447-chhath-puja-thekua-suran-ki-sabji-traditional-food-recipes-bihar-festival-gaon-connection-5
सामग्री:
कद्दू (500 ग्राम)
पंच फोरन, जिसमें पांच तरह के मसाले- जीरा, मेथी, कलौंजी, सौंफ और राई होती है।
2-3 चम्मच घी
2-3 सूखी लाल मिर्च
नमक स्वादानुसार
गुड़ या चीनी (20 ग्राम से ज्यादा नहीं)
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जब कद्दू नरम हो जाए तो इसमें गुड़ डालकर अच्छी तरह से मिला लें। सब्जी पानी छोड़ने लगे तो आंच थोड़ी बढ़ा दें।
जैसे ही कद्दू का रंग बदल जाए, समझिए आपकी सब्जी तैयार है।
छठ व्यंजन 3: चना दाल-लौकी
लौकी 500 ग्राम
मेथी के दाने
2 सूखे लाल मिर्च
हल्दी पाउडर एक टेबल स्पून
नमक स्वादानुसार
चने की दाल 100 ग्राम
हरी धनिया
घी/तेल 1 टेबल स्पून
लौकी का छीलकर छोटे-छोटे चौकोर टुकड़ों में काट लें। चना दाल को अच्छी तरह धोकर रात भर के लिए पानी में भिगो दें या फिर कूकर में उबाल लें।
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लौकी और कद्दू अच्छी तरह से पक जाए तो उसे आंच से उतार लें और हरी धनिया से सजा दें, लीजिए आपका चना दाल लौकी खाने के लिए तैयार है।
छठ व्यंजन 4: ओल/सूरन की सब्जी
ओल/सूरन/जिमीकंद 250 ग्राम
नमक आधा चम्मच
नींबू का रस 1 टेबल स्पून
सरसों का तेल
1 मध्यम आकार का प्याज
दो हरी मिर्च
एक मध्यम आकार के प्याज, 10 लहसुन की कली और अदरक के छोटे टुकड़े का पेस्ट
2 तेजपत्ता
2 सूखी लाल मिर्च
साबुत चीरा एक चम्मच
देशी घी एक चम्मच
हल्दी पाउडर 2 चम्मच
कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर 2 चम्मच
जीरा पाउडर 1 चम्मच
गरम मसाला पाउडर आधा चम्मच
धनिया पाउडर 3 चम्मच
काली मिर्च पाउडर आधा चम्मच
नमक स्वादानुसार
सूरन को अच्छी तरह से धोकर, साफ करके चौकोर आकार के एक बराबर टुकड़ों में काट लें। इसे काटते हुए अपने हाथों में सरसों का तेल जरूर लगा लें, क्योंकि इससे हाथ में खुजली होने लगती है। इसके साथ ही हल्दी और नमक लगाकर मैरिनेट करने के लिए रख सकते हैं। नहीं तो इसे थोड़े से पानी में नमक और नींबू का रस डालकर 10 मिनट के लिए उबाल भी सकते हैं। उबालने के बाद इसका सारा पानी निकाल दें।
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करी तैयार करने के लिए सबसे पहले गर्म तेल में तेज पत्ता, लाल मिर्च और प्याज डाल दें। जैसे प्याज का रंग गहरा सुनहरा हो जाए, इसमें प्याज, अदरक, लहसुन का पेस्ट डाल दें। इसे अच्छी तरह से मिलाने के बाद इसमें सूखे मसाले और नमक डाल दें। साथ ही थोड़ा सा पानी भी डाल दें, जिससे मसाले अच्छी तरह से पक जाएं। इसे किसी ढक्कन से ढककर धीमी आंच में पकाएं।
एक बार जैसे ही यह पक जाए, इसमें और पानी मिला दें और जब सब कुछ अच्छी तरह पककर उबलने लगे तो इसमें तले हुए जिमीकंद के टुकड़े डाल दीजिए। इसमें ऊपर से गर्म मसाला पाउडर डालकर फिर से ढक्कन लगा दें, इसे दो मिनट से ज्यादा न पकाएं।
इसके साथ ही आप घी में जीरे का तड़का देकर ऊपर से भी इसमें डाल सकते हैं, इससे सब्जी का स्वाद बहुत अच्छा आ जाता है। इसे उबले हुए चावल और रोटी के साथ परोसिए।
छठ रेसिपी 5: ओल की चटनी
ओले/सूरन/जिमीकंद 250 ग्राम
नमक
हरी मिर्च (बारीक कटी हुई) 2
पीली सरसों (पाउडर) आधा छोटा चम्मच
अदरक (कसा हुआ) 1 छोटा चम्मच
लहसुन (बारीक कटा हुआ) 1 छोटा चम्मच
अजवायन आधा छोटा चम्मच
कलौंजी आधा छोटा चम्मच
सरसों का तेल 2 बड़े चम्मच
नमक स्वादअनुसार
सूरन को धोइये, साफ कीजिये, छीलिये और बराबर आकार के चौकोर टुकड़ों में काट लीजिये। इसे काटते समय अपने हाथों पर सरसों के तेल का प्रयोग करें क्योंकि इससे खुजली हो सकती है। इसे पानी और नमक में पकाएं। एक बार जब यह हो जाए, तो पानी निकाल दें और इसे सूखने दें।
एक बाउल में अन्य सामग्री डालें, उबला हुआ रतालू डालें और अच्छी तरह मिलाएं। सरसों का तेल डालकर धूप में रख दें। एक एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें बस आपका ओल की चटनी बनकर तैयार है।
छठ व्यंजन 6: बचका, छनुआ और पकौड़े
सब्जियां – आलू, बैंगन, कच्चा केला, मटर, पालक के पत्ते, और प्याज/लहसुन के पत्ते, फूलगोभी
बेसन
चावल का आटा
पानी
नमक
अजवाइन
अदरक-लहसुन-मिर्च का पेस्ट
सरसों का तेल तलने के लिए
आलू, बैंगन और कच्चे केले को पतले गोल स्लाइस में काटा जाता है। चावल का आटा, अदरक-लहसुन-मिर्च का पेस्ट और नमक के साथ बेसन का गाढ़ा घोल तैयार करें। कटी हुई सब्जियों को इसमें डुबोकर और फिर धीमी आंच पर तवे पर पकाया जाता है। जब यह गहरे सुनहरे भूरे रंग का हो जाए, तो यह परोसने के लिए तैयार है। इन्हें बचका कहा जाता है।
356451-chhath-puja-thekua-suran-ki-sabji-traditional-food-recipes-bihar-festival-gaon-connection-1
जब सब्जियां, जैसे आलू, फूलगोभी, बैंगन आदि को बेसन के पतले घोल में अदरक-लहसुन-मिर्च के पेस्ट और नमक के साथ मिलाकर डीप फ्राई किया जाता है, तो वे पकौड़े कहलाते हैं।
तो आप आज क्या बनाएंगे, सूरन की सब्जी, चना दाल-लौकी या फिर गर्मागर्म पकौड़े?