ट्रैक्टर में डीजल बचाने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
Gaon Connection | May 28, 2017, 17:37 IST |
ट्रैक्टर में डीजल बचाने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
लखनऊ। बारिश के मौसम में खेतों में जुताई करने में ट्रैक्टर पर ज्यादा दबाप पड़ता है, जिससे ट्रैक्टर डीजल अधिक खाता है। लेकिन कुछ बातों को ध्यान रख कर कुछ हद तक डीजल बचाया जा सकता है। बात पते की हम आप को रोज ऐसे तरकीबें और सुझाव देते हैं जो आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकती है।
ट्रैक्टर की ठीक तरह से देखभाल और संचालन के लिए जरूरी है कि उसकी देखरेख ठीक तरह से की जाये। इससे ट्रैक्टर में कीमती डीजल की बर्बादी को रोका जा सकता है। जब भी शंका हो तो किस किसी अच्छे गैराज से या ट्रैक्टर विक्रेता से जांच कराएं।
अपने ट्रैक्टर की हर रोज जांच-पड़ताल कीजिए। हर सेकेण्ड एक बूंद भी टपकती रही तो प्रति वर्ष 2000 लीटर डीजल का नुकसान होगा।
ट्रैक्टर के पहियों को पानी का अतिरिक्त भार और छलवां लोहे का वजन डाल कर फिसलने से बचाइये। पहिये की फिसलन कम से कम रखने के लिए सही मात्रा में ही वजन डालिए। खेत का काम खत्म हो जाये तो अतिरिक्त भार हटा दीजिये। ठीक समय पर टायरों की री-लगिंग करवा लीजिए। टायरों को फिर से पहिये पर चढ़ाते समय ध्यान रखिये कि आगे से देखने पर वी ट्रेडों का सिरा नीचे की ओर रहे। सड़क के लिए और खेतों के काम लिए टायरों में हवा के अलग-अलग दबाव का सुझाव दिया गया है।
पहले से खाका खींचकर उसके अनुसार जुताई करेंगें। तो बिना जरूरत इंजन चालू रखने में कमी आयेगी और ट्रैक्टर को बार-बार इधर-उधर नहीं करना होगा। अगर आप छोटी- छोटी लीकों की बजाय लम्बी लीकों में जुताई करेंगें तो डीजल की बचत होगी। आपका आरम्भिक मार्ग सीधा और समानान्तर होना चाहिए। बगल की और ऊपर की जमीन को खेत के चारों ओर लगातार जोतें। जुते हुए खेत को दोबारा न जोतें।
उपकरणों का आकार और ट्रैक्टर चलाने की रफ्तार वैसी ही रखें जो इंजन की पूरी शक्ति से मेल खाये। ऊंचे से ऊंचे गीयर में चलिये लेकिन ट्रैक्टर से धुंआ न निकल। अगर आपका ट्रैक्टर टॉप गीयर में भी पूरी गति के साथ आगे बढ़ता है, तो आपका उपकरण बहुत छोटा है। एक बड़ा उपकरण या कई उपकरणों की मिली जुली व्यवस्था से आपको ट्रैक्टर की शक्ति का अधिक से अधिक लाभ प्राप्त करने और डीजल की बर्बादी रोकने में मदद मिल सकती है। अगर आप आकार से छोटे उपकरणों का इस्तेमाल करते हैं या कम स्पीड पर चलते हैं तो ईंधन की खपत 3० प्रतिशत तक बढ़ सकती है।
खेती-बाड़ी में खर्च होने वाला खर्च का एक बड़ा हिस्सा किसानों का जुताई पर खर्च होता है। ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।
ट्रैक्टर की ठीक तरह से देखभाल और संचालन के लिए जरूरी है कि उसकी देखरेख ठीक तरह से की जाये। इससे ट्रैक्टर में कीमती डीजल की बर्बादी को रोका जा सकता है। जब भी शंका हो तो किस किसी अच्छे गैराज से या ट्रैक्टर विक्रेता से जांच कराएं।
डीजल लीक न होने दें
पहियों पर ध्यान दें
ये भी पढ़ें : ट्रैक्टर की जुताई से मिट्टी हो रही सख्त
ध्यान दें
- ट्रैक्टर जब प्रयोग में न हो तो इंजन बन्द कर दें।
- फ्यूल इंजेक्शन सिस्टम का नियमित रूप से रख रखाव करें। नियमित समय पर एयर फिल्टर साफ करायें।
- सही गीयर में गाड़ी चलाएं।
खेत में संचालन की योजना बना लें
ये भी पढ़ें : अधिक मुनाफे के लिए करें फूलगोभी की अगेती खेती
वजन पर ध्यान रखें
खेती-बाड़ी में खर्च होने वाला खर्च का एक बड़ा हिस्सा किसानों का जुताई पर खर्च होता है।