गड्ढे ने ली एक जान, तो 12 साल के रवि ने शुरू किया ऐसा काम कि आप भी कहेंगे वाह
गाँव कनेक्शन | Jul 03, 2017, 16:25 IST
गड्ढे ने ली एक जान
Highlight of the story:
नई दिल्ली। देश के कई हिस्सों में झमाझम बारिश हो रही है। टीवी, अख़बार और सोशल मीडिया पर सड़कों पर पानी और गड्ढों की तस्वीरें छाई हुई हैं। इन गड्ढों से एक्सीेडेंट की ख़बरें भी आ रही हैं।
सरकारों को कोसने में भी लोग कसर नहीं छोड़ रहे, लेकिन आप ने कितने ऐसे लोगों को देखा है तो कहीं से ईंट-पत्थर लाकर सड़क के गड्ढों को भरते हैं, ताकि लोग गिरकर उसमें घायल न हो जाएं। मेरी तरह आप में से ज्यादातर का जवाब न होगा लेकिन हैदराबाद में एक 12 साल का लड़का जो कर रहा है वो अपने आप में सराहनीय है, जो हजारों लोगों के लिए उदाहरण भी है। जो उसे काम करता देखता वाह किए बिना नहीं रह पाता।
हैदराबाद स्थित रंगारेड्डी के इस लड़के का नाम रवि तेजा है जो अपने इलाके में सड़कों पर बने गड्ढों को पत्थर से भरता है। पिछले सोमवार यानी ईद वाले दिन वह दोपहर को हबसीगुड़ा मेन रोड में पत्थर इकट्ठा करके गड्ढों को भरते हुए देखा गया।
वो न ही किसी मुहिम से जुड़ा है और न ही किसी एनजीओ का सदस्य है और न ही सड़क के गड्ढे भरना उसका काम है लेकिन पांचवी कक्षा में पढ़ने वाले रवि तेजा अपनी उम्र के बाकी बच्चों से काफी अलग हैं।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक रंगारेड्डी के चेवल्ला के पास एक 18 महीने की बच्ची की बोरवेल में गिरकर मौत होने की खबर ने रवि को काफी धक्का लगा और उसने बिना किसी के निर्देश और सलाह के सड़कों के गड्ढों को भरना शुरू किया। रवि तबसे रोजाना बिना ट्रैफिक और प्रदूषण को ध्यान दिए घंटों इस काम को करता है।
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सरकारों को कोसने में भी लोग कसर नहीं छोड़ रहे, लेकिन आप ने कितने ऐसे लोगों को देखा है तो कहीं से ईंट-पत्थर लाकर सड़क के गड्ढों को भरते हैं, ताकि लोग गिरकर उसमें घायल न हो जाएं। मेरी तरह आप में से ज्यादातर का जवाब न होगा लेकिन हैदराबाद में एक 12 साल का लड़का जो कर रहा है वो अपने आप में सराहनीय है, जो हजारों लोगों के लिए उदाहरण भी है। जो उसे काम करता देखता वाह किए बिना नहीं रह पाता।
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हैदराबाद स्थित रंगारेड्डी के इस लड़के का नाम रवि तेजा है जो अपने इलाके में सड़कों पर बने गड्ढों को पत्थर से भरता है। पिछले सोमवार यानी ईद वाले दिन वह दोपहर को हबसीगुड़ा मेन रोड में पत्थर इकट्ठा करके गड्ढों को भरते हुए देखा गया।
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वो न ही किसी मुहिम से जुड़ा है और न ही किसी एनजीओ का सदस्य है और न ही सड़क के गड्ढे भरना उसका काम है लेकिन पांचवी कक्षा में पढ़ने वाले रवि तेजा अपनी उम्र के बाकी बच्चों से काफी अलग हैं।
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