हर किसी को झट से आधार कार्ड क्यूँ दे देते हैं?
 गाँव कनेक्शन |  May 12, 2023, 09:27 IST | 
 हर किसी को झट से आधार कार्ड क्यूँ दे देते हैं?
आधार कार्ड फ्रॉड भी उतना ही खतरनाक है, जितना आपके डेबिट या क्रेडिट कार्ड के पिन या जानकारी चोरी होने से होता है। लेकिन अगर आप सजग रहे तो किसी भी नुकसान से बच सकते हैं। बात पते की के इस भाग ऐसी ही जरूरी जानकारी दी जा रही है।
    आजकल किसी से आधार कार्ड माँगना जैसे विज़िटिंग कार्ड माँगने जैसा हो गया है। हमसे हर एक कदम पर आधार कार्ड ऐसे अधिकार से माँग लिया जाता है जैसे हर किसी को इसे माँगने का या आधार की कॉपी लेने का, हक़ हो। चाहे नया फ़ोन कनेक्शन लेना हो या अस्पताल में पर्चा बनवाना हो, या फिर किसी कॉलोनी में जाना हो। आपसे झट्ट से आधार कार्ड माँग लिया जाता है, और आप तुरंत दे देते हैं। क्यूँकि आपको लगता है कि ये ज़रूरी है।   
   
ये ग़लत है, ग़ैर क़ानूनी है और प्राइवसी के आपके अधिकार के ख़िलाफ़ है। आधार कार्ड देना कहाँ ज़रूरी और कहाँ नहीं, इस पर सुप्रीम कोर्ट ने बहुत साफ़ फ़ैसला भी सुनाया है, जिसमें कहाँ है कि मोबाइल सिम लेने, बैंक अकाउंट खुलवाने या स्कूलों में एडमिशन के लिए आधार की कोई ज़रूरत नहीं है। 14 साल से कम उम्र के बच्चे को आधार कार्ड नहीं होने के कारण सरकारी सुविधाओं से दूर भी नहीं किया जा सकता है। कोर्ट ने सीबीएससी, नीट और यूजीसी की परीक्षाओं में भी इसकी ज़रूरत को खत्म कर दिया है।
   
गाँव कनेक्शन आपको सावधान करना चाहता है ताकि आप बड़े नुक़सान से बच सकें। आधार कार्ड की जानकारी सरकार को सरकारी योजनाओं के लिए दें। आधार कार्ड की जानकारी चुराकर लोगों के लाखों रुपए उड़ा लिए जाते हैं।
   
अगर इसे किसी फ्रॉड ने अपने कब्ज़े में लिया, तो न सिर्फ वे आपके डिजिटल बैंकिंग को हैक कर सकता है, बल्कि आपके खाते से ऑनलाइन पैसा भी निकाल सकता है। हाल ही में साइबर क्राइम का एक नया मामला सामने आया है। पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ा, जो बटरपेपर की मदद से आधार कार्ड बनवाने वालों के उँगलियों के निशान की क्लोनिंग कर, उनके बैंक में जमा पैसे फर्जी तरीके से निकाल लेता था।
   
Also Read: एक नहीं, कई फायदे देती है महिला सम्मान बचत पत्र योजना
    
आधार कार्ड की मदद से फ़र्ज़ी तरीके से अकाउंट तक खुलवा लिया जाता है। इसके बाद इस अकाउंट में लाखों रुपये का लोन भी ले लिया जाता है।
   
लेकिन अगर आप सजग रहे तो कुछ उपायों से ऐसी धोखाधड़ी से बच सकते हैं।
   
   ये सबसे आसान और सही तरीका है। इसके लिए आपको वर्चुअल आईडी बनाना होगा। जिसमें लॉक करने के लिए आधार कार्ड के 12 डिजिट के नंबर की ज़रूरत पड़ती है। अनलॉक करने के लिए 16 डिजिट की वर्चुअल आईडी (VID) का इस्तेमाल होता है। इसे बनाने के लिए आधार कार्ड में रजिस्टर मोबाइल नंबर से मैसेज भेजना होगा।   
   
मैसेज बॉक्स में GVID (SPACE) के बाद (आधार कार्ड के आखिरी 4 अंक) टाइप करें और इसे 1947 पर भेज दें। आपके पास तुरंत 16 डिजिट का VID आ जाएगा।
   
अब uidai.gov.in वेबसाइट पर जाएँ। वहाँ ऊपर नीले रंग की पट्टी में लिखे “My Aadhaar" में जाने पर Aadhaar Services सेक्शन आएगा। इसमें नीचे की ओर लिखे "Aadhaar Lock and Unlock Service" पर क्लिक करें। फिर नया पेज खुलेगा।
   
यहां नीले रंग की पट्टी में लिखे "Personal Details" के ठीक नीचे Lock UID और Unlock UID ऑप्शन दिखाई देंगे। आधार कार्ड लॉक करना है, तो लॉक यूआईडी पर क्लिक करें। अपना 12 डिजिट का आधार कार्ड नंबर डालें। अब नाम और पिनकोड दर्ज करें। पिन कोड वही लिखना है, जो आपके आधार कार्ड पर है। इसके बाद स्क्रीन पर दिख रहे सिक्योरिटी कोड को डालें और नीचे दिए गए OTP या TOTP ऑप्शन में से किसी एक पर क्लिक करें। रजिस्टर मोबाइल पर ओटीपी आएगा। फिर सबमिट पर क्लिक करें। हो गया आधार नंबर लॉक।
   
     
         
अनलॉक के लिए ऊपर वाले स्टेप्स को तब तक दोहराए जहाँ अनलॉक यूआईडी दिखाई दे। 16 डिजिट की वर्चुअल आईडी टाइप करें। स्क्रीन पर दिख रहा सिक्योरिटी कोड डालें और नीचे दिए ओटीपी या TOTP पर क्लिक करें। पासवर्ड डालकर सबमिट कर दें।
   
   जब भी आधार कार्ड की फोटोकॉपी किसी भी काम के लिए दें, उस पर साइन के साथ तारीख और किस काम के लिए दे रहे हैं जरूर लिखें। इससे इसके गलत इस्तेमाल की आशंका कम हो जाती है।   
   
Also Read: बिना कोई शुल्क दिए कितनी बार निकाल सकते हैं एटीएम से पैसा?
    
व्हाट्सएप या ईमेल से डॉक्यूमेंट भेज रहे हैं, तब भी उद्देश्य और तारीख ज़रूर लिखें। इसके लिए तस्वीर खींचने के बाद एडिट में जाकर वहाँ टाइप कर सकते हैं। दूसरा तरीका है कि डॉक्यूमेंट की फोटोकॉपी कराएँ, उस पर ज़रूरी बात लिखें और फिर उसकी तस्वीर खींचकर भेज दें।
   
   ऑफिशल वेबसाइट uidai.gov.in खोलें। नीले रंग की पट्टी में लिखे "My Aadhaar" में जाएँ। यहाँ Aadhaar Services सेक्शन में लिखे Aadhaar Authentication History पर क्लिक करें। नया पेज खुलेगा, जहाँ आपको अपना आधार नंबर और सिक्योरिटी कोड टाइप करना होगा। नीचे दिए गए OTP या TOTP ऑप्शन में से किसी एक पर क्लिक करें। रजिस्टर मोबाइल पर ओटीपी आएगा। अब आपको तारीख की अवधि सिलेक्ट करनी होगी, जो 6 महीने से पुरानी नहीं होनी चाहिए। फिर OTP टाइप करें और Verify OTP/TOTP पर क्लिक करें। आधार कार्ड कहाँ-कहाँ इस्तेमाल हुआ है, पता चल जाएगा।   
   
   अगर कोई आपको फोन करके केवाईसी या ई-केवाईसी या किसी भी दूसरी चीज़ के लिए आपका आधार नंबर मांगे, तो बिल्कुल न दें।   
   
आधार कार्ड के गलत इस्तेमाल, चोरी या गुम होने पर सबसे पहले किसी भी नज़दीकी पुलिस स्टेशन में जाएँ और शिकायत दर्ज़ कराएं। शिकायत की एक कॉपी अपने पास ज़रूर रख लें।
   
Also Read :जानिए ऑनलाइन बैंकिंग धोखाधड़ी से कैसे बचें?
    
           
ये ग़लत है, ग़ैर क़ानूनी है और प्राइवसी के आपके अधिकार के ख़िलाफ़ है। आधार कार्ड देना कहाँ ज़रूरी और कहाँ नहीं, इस पर सुप्रीम कोर्ट ने बहुत साफ़ फ़ैसला भी सुनाया है, जिसमें कहाँ है कि मोबाइल सिम लेने, बैंक अकाउंट खुलवाने या स्कूलों में एडमिशन के लिए आधार की कोई ज़रूरत नहीं है। 14 साल से कम उम्र के बच्चे को आधार कार्ड नहीं होने के कारण सरकारी सुविधाओं से दूर भी नहीं किया जा सकता है। कोर्ट ने सीबीएससी, नीट और यूजीसी की परीक्षाओं में भी इसकी ज़रूरत को खत्म कर दिया है।
गाँव कनेक्शन आपको सावधान करना चाहता है ताकि आप बड़े नुक़सान से बच सकें। आधार कार्ड की जानकारी सरकार को सरकारी योजनाओं के लिए दें। आधार कार्ड की जानकारी चुराकर लोगों के लाखों रुपए उड़ा लिए जाते हैं।
अगर इसे किसी फ्रॉड ने अपने कब्ज़े में लिया, तो न सिर्फ वे आपके डिजिटल बैंकिंग को हैक कर सकता है, बल्कि आपके खाते से ऑनलाइन पैसा भी निकाल सकता है। हाल ही में साइबर क्राइम का एक नया मामला सामने आया है। पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ा, जो बटरपेपर की मदद से आधार कार्ड बनवाने वालों के उँगलियों के निशान की क्लोनिंग कर, उनके बैंक में जमा पैसे फर्जी तरीके से निकाल लेता था।
Also Read: एक नहीं, कई फायदे देती है महिला सम्मान बचत पत्र योजना
आधार कार्ड की मदद से फ़र्ज़ी तरीके से अकाउंट तक खुलवा लिया जाता है। इसके बाद इस अकाउंट में लाखों रुपये का लोन भी ले लिया जाता है।
लेकिन अगर आप सजग रहे तो कुछ उपायों से ऐसी धोखाधड़ी से बच सकते हैं।
1. आधार कार्ड लॉक रखें
मैसेज बॉक्स में GVID (SPACE) के बाद (आधार कार्ड के आखिरी 4 अंक) टाइप करें और इसे 1947 पर भेज दें। आपके पास तुरंत 16 डिजिट का VID आ जाएगा।
अब uidai.gov.in वेबसाइट पर जाएँ। वहाँ ऊपर नीले रंग की पट्टी में लिखे “My Aadhaar" में जाने पर Aadhaar Services सेक्शन आएगा। इसमें नीचे की ओर लिखे "Aadhaar Lock and Unlock Service" पर क्लिक करें। फिर नया पेज खुलेगा।
यहां नीले रंग की पट्टी में लिखे "Personal Details" के ठीक नीचे Lock UID और Unlock UID ऑप्शन दिखाई देंगे। आधार कार्ड लॉक करना है, तो लॉक यूआईडी पर क्लिक करें। अपना 12 डिजिट का आधार कार्ड नंबर डालें। अब नाम और पिनकोड दर्ज करें। पिन कोड वही लिखना है, जो आपके आधार कार्ड पर है। इसके बाद स्क्रीन पर दिख रहे सिक्योरिटी कोड को डालें और नीचे दिए गए OTP या TOTP ऑप्शन में से किसी एक पर क्लिक करें। रजिस्टर मोबाइल पर ओटीपी आएगा। फिर सबमिट पर क्लिक करें। हो गया आधार नंबर लॉक।
365273-adhar
अनलॉक के लिए ऊपर वाले स्टेप्स को तब तक दोहराए जहाँ अनलॉक यूआईडी दिखाई दे। 16 डिजिट की वर्चुअल आईडी टाइप करें। स्क्रीन पर दिख रहा सिक्योरिटी कोड डालें और नीचे दिए ओटीपी या TOTP पर क्लिक करें। पासवर्ड डालकर सबमिट कर दें।
2. फोटो कॉपी देते समय बरतें ये सावधानी
Also Read: बिना कोई शुल्क दिए कितनी बार निकाल सकते हैं एटीएम से पैसा?
व्हाट्सएप या ईमेल से डॉक्यूमेंट भेज रहे हैं, तब भी उद्देश्य और तारीख ज़रूर लिखें। इसके लिए तस्वीर खींचने के बाद एडिट में जाकर वहाँ टाइप कर सकते हैं। दूसरा तरीका है कि डॉक्यूमेंट की फोटोकॉपी कराएँ, उस पर ज़रूरी बात लिखें और फिर उसकी तस्वीर खींचकर भेज दें।
3. कहाँ- कहाँ हुआ आधार कार्ड इस्तेमाल ऐसे जानें
4. सबसे ज़रूरी बात
आधार कार्ड के गलत इस्तेमाल, चोरी या गुम होने पर सबसे पहले किसी भी नज़दीकी पुलिस स्टेशन में जाएँ और शिकायत दर्ज़ कराएं। शिकायत की एक कॉपी अपने पास ज़रूर रख लें।
Also Read :जानिए ऑनलाइन बैंकिंग धोखाधड़ी से कैसे बचें?