इरोम ने बनाई राजनीतिक पार्टी, इबोबी के खिलाफ लड़ेंगी चुनाव
गाँव कनेक्शन | Oct 18, 2016, 18:29 IST
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इंफाल (आईएएनएस)| मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम शर्मिला ने मंगलवार को एक नई राजनीतिक पार्टी की घोषणा की। उन्होंने पार्टी का नाम पीपुल्स रीसर्जेंस एंड जस्टिस एलायंस रखा है।
इरोम ने कहा कि वह 2017 के विधानसभा चुनाव में मणिपुर के मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी के खिलाफ लड़ेंगी। वह अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र खुरई से भी चुनाव लड़ेंगी।
शर्मिला ने कहा, "मैं अफस्पा को निरस्त कराने के लिए मुख्यमंत्री बनना चाहती हूं। चूंकि इबोबी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में सभी वर्ग के लोगों को संतुष्ट का रखा है, लिहाजा वे मुझे खारिज भी कर सकते हैं। लेकिन मैं जानना चाहती हूं कि क्या अन्य जिलों की जनता और खासतौर से पहाड़ी इलाके की जनता की भी अच्छी तरह देखभाल की जा रही है। चूंकि मेरा मिशन अफस्पा को निरस्त कराने का है, लिहाजा मैं मुख्यमंत्री के खिलाफ मैदान में उतरने जा रही हूं।"
इरोम शर्मिला अध्यक्ष पीपुल्स रीसर्जेंस एंड जस्टिस एलायंस
इससे पहले उन्होंने इम्फाल शहर के मध्य स्थित जॉनस्टोन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का दौरा किया, जहां मणिपुर की निर्वाचित विधानसभा का पहला सत्र 18 अक्टूबर, 1948 को आयोजित किया गया था।
शर्मिला ने कहा, "चूंकि यह लोकतंत्र की आधारशिला है, इसलिए मैं आशीर्वाद लेने आई हूं।"
उल्लेखनीय है कि देश की लौह महिला के नाम से लोकप्रिय शर्मिला ने सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम अफस्पा के खिलाफ अपना 16 वर्षो से जारी अनशन अगस्त महीने में तोड़ दिया था। उन्होंने कहा था कि वह 2017 में प्रस्तावित मणिपुर विधानसभा चुनाव लड़ेंगी।
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इरोम ने कहा कि वह 2017 के विधानसभा चुनाव में मणिपुर के मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी के खिलाफ लड़ेंगी। वह अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र खुरई से भी चुनाव लड़ेंगी।
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शर्मिला ने कहा, "मैं अफस्पा को निरस्त कराने के लिए मुख्यमंत्री बनना चाहती हूं। चूंकि इबोबी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में सभी वर्ग के लोगों को संतुष्ट का रखा है, लिहाजा वे मुझे खारिज भी कर सकते हैं। लेकिन मैं जानना चाहती हूं कि क्या अन्य जिलों की जनता और खासतौर से पहाड़ी इलाके की जनता की भी अच्छी तरह देखभाल की जा रही है। चूंकि मेरा मिशन अफस्पा को निरस्त कराने का है, लिहाजा मैं मुख्यमंत्री के खिलाफ मैदान में उतरने जा रही हूं।"
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इरोम शर्मिला अध्यक्ष पीपुल्स रीसर्जेंस एंड जस्टिस एलायंस
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इससे पहले उन्होंने इम्फाल शहर के मध्य स्थित जॉनस्टोन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का दौरा किया, जहां मणिपुर की निर्वाचित विधानसभा का पहला सत्र 18 अक्टूबर, 1948 को आयोजित किया गया था।
शर्मिला ने कहा, "चूंकि यह लोकतंत्र की आधारशिला है, इसलिए मैं आशीर्वाद लेने आई हूं।"
उल्लेखनीय है कि देश की लौह महिला के नाम से लोकप्रिय शर्मिला ने सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम अफस्पा के खिलाफ अपना 16 वर्षो से जारी अनशन अगस्त महीने में तोड़ दिया था। उन्होंने कहा था कि वह 2017 में प्रस्तावित मणिपुर विधानसभा चुनाव लड़ेंगी।