‘दलाली’ केवल कांग्रेस का पर्यायवाची : अमित शाह

गाँव कनेक्शन | Oct 07, 2016, 16:08 IST |
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नई दिल्ली (भाषा)। नियंत्रण रेखा के पार लक्षित हमले के लिए ‘दलाली' शब्द का प्रयोग करने वाले राहुल गांधी पर शुक्रवार को भाजपा ने कड़ा प्रहार किया और आरोप लगाया कि अपने बयान से उन्होंने ‘‘सभी सीमाएं लांघ'' दी हैं जो सशस्त्र बलों की वीरता का ‘‘अपमान'' है।

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राजनीतिक दलों से लक्षित हमले के मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करने की अपील करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी प्रहार किया और कहा कि वह उन ‘‘भारत विरोधी'' नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने सेना की कार्रवाई पर सबसे पहले सवाल खड़े किए।

कांग्रेस नेता द्वारा ‘‘सैनिकों के लिए दलाली'' शब्द का प्रयोग करने को ‘‘काफी दुर्भाग्यपूर्ण'' करार देते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि यह कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाता है क्योंकि यह शब्द विपक्षी दल का पर्यायवाची है जिनके नेता ‘‘हजारों करोड़ रुपए के कई घोटालों में संलिप्त'' रहे।

उन्होंने कहा, ‘अपने ‘खून की दलाली' वाले बयान के साथ राहुल गांधी ने सभी सीमाओं को लांघ दिया है। मेरा मानना है कि उन्होंने जिन शब्दों का प्रयोग किया वह सशस्त्र बलों की वीरता का अपमान है, मैं सहमत हूं कि ‘दलाली' शब्द उनकी मानसिकता का हिस्सा है क्योंकि उनके शासनकाल के दौरान कई घोटाले हुए।''

शाह ने कहा, ‘‘गांधी की टिप्पणी कांग्रेस की मानसिकता दर्शाती है, कांग्रेस नेतृत्व की सोच में ही गड़बड़ी है, मैं उनके बयानों की कड़ी आलोचना करता हूं। दलाली शब्द केवल कांग्रेस तक ही सीमित है।'' शाह ने कहा कि राहुल के बयान से लोग ‘‘गुस्से'' में हैं और सेना का ‘‘मनोबल गिरा'' है।

राहुल सिर्फ ‘आलू की फैक्टरी' पर ध्यान केंद्रित करें

कांग्रेस उपाध्यक्ष पर तंज कसते हुए शाह ने कहा कि उन्हें किसानों के लिए ‘‘आलू की फैक्टरी'' पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए क्योंकि कृषि क्षेत्र के बारे में उनकी समझ वहीं तक सीमित है। दिल्ली से उत्तरप्रदेश के देवरिया तक मार्च के दौरान राहुल के बयानों का शाह जिक्र कर रहे थे।

लक्षित हमले पर कार्यकर्ता सिर्फ उत्साहित : शाह

भाजपा के कुछ नेताओं द्वारा लक्षित हमले के मामले को काफी बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने के बारे में उन्होंने कहा कि कुछ कार्यकर्ता केवल अपना उत्साह दिखा रहे हैं और पूछा कि कांग्रेस नेतृत्व में ऐसा उत्साह क्यों नहीं है। भाजपा प्रमुख ने सभी दलों से आग्रह किया कि मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करें और कहा कि भाजपा इस मुद्दे को लोगों तक ले जाएगी ताकि सशस्त्र बलों के आत्मविश्वास को मजबूत किया जा सके। उन्होंने कहा, ‘‘हमने लक्षित हमले के दावे नहीं किए हैं सेना ने यह किया। सेना को इसका श्रेय लेना चाहिए न कि नेताओं को।'' उन्होंने कहा कि हमले पर सवाल उठाकर कांग्रेस खुद को पाकिस्तान के इंकार के साथ जोड़ रही है। उन्होंने उसे सेना के साथ खड़े रहने और भारत के लोगों का उत्साह बढ़ाने को कहा।

राहुल ने कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर प्रहार करते हुए उन पर आरोप लगाए कि वह ‘‘सैनिकों के खून के पीछे छिप रहे हैं।'' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सैनिकों की शहादत को राजनीतिक फायदे के लिए बेच रहे हैं। राहुल ने कहा था, ‘‘जिन्होंने हिंदुस्तान के लिए लक्षित हमले किए हैं उनके खून के पीछे आप छिपे हैं, उनकी आप दलाली कर रहे हो। ये बिल्कुल गलत है।''

सभी राजनीतिक दल ऐसा करने से बचें

केजरीवाल पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि वह पाकिस्तान में सुर्खियों में हैं और पड़ोसी देश का समर्थन कर रहे हैं जिसने अपने क्षेत्र में किसी तरह के लक्षित हमले से इंकार किया है। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ दलों द्वारा उठाए गए सवाल पर हम विश्वास नहीं करते बल्कि सेना की कार्रवाई पर करते हैं, यह काफी निंदनीय है (हमलों पर बयान) और सभी राजनीतिक दलों को ऐसा करने से बचना चाहिए।''

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