जंग के इस्तीफे पर ऊहापोह खत्म, बैजल ले सकते हैं स्थान
गाँव कनेक्शन | Dec 23, 2016, 21:15 IST |
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नई दिल्ली (आईएएनएस)| दिल्ली के ले. गवर्नर नजीब जंग के इस्तीफे पर जारी ऊहापोह की स्थिति खत्म हो गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि वह अब जंग पर इस्तीफा वापस लेने का दबाव नहीं बनाएगा। इस बीच जंग ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर उन्हें अपने इस्तीफे को खुद से लिया फैसला बताया।
इस पद के लिए पूर्व गृह सचिव अनिल बैजल का नाम चर्चा में है। वह अटल बिहारी सरकार में गृह सचिव थे। बैजल 1969 बैच के आईएएस हैं।
उधर, जंग ने शुक्रवार को खुलासा किया कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से दो बार अपने इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने नहीं माना और काम जारी रखने का अनुरोध किया था। पद छोड़ने के दवाब की अटकलों को खारिज करते हुए नजीब जंग ने कहा कि उनके इस्तीफे के पीछे कोई राजनीति नहीं है।
उन्होंने बताया, "मेरी नियुक्ति पिछली संप्रग सरकार द्वारा हुई थी, इसलिए मैंने इस्तीफे की पेशकश की, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काम जारी रखने के लिए कहा। तीन साल बाद मैंने प्रधानमंत्री से राहत देने का अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने उसे फिर खारिज कर दिया और पदभार संभाले रहने का आग्रह किया।"
उन्होंने कहा, "साढ़े तीन साल बाद मंगलवार को मैंने प्रधानमंत्री से दोबारा अनुरोध किया कि मैं अपने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा देना चाहता हूं, लेकिन उन्होंने फिर नहीं माना। आखिरकार खुद कदम उठाना पड़ा।" जंग ने शुक्रवार को मोदी से मुलाकात के बाद एनडीटीवी से ये बातें कहीं।
अनिल बैजल हो सकते हैं अगले ले. गवर्नर
उधर, जंग ने शुक्रवार को खुलासा किया कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से दो बार अपने इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने नहीं माना और काम जारी रखने का अनुरोध किया था। पद छोड़ने के दवाब की अटकलों को खारिज करते हुए नजीब जंग ने कहा कि उनके इस्तीफे के पीछे कोई राजनीति नहीं है।
उन्होंने बताया, "मेरी नियुक्ति पिछली संप्रग सरकार द्वारा हुई थी, इसलिए मैंने इस्तीफे की पेशकश की, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काम जारी रखने के लिए कहा। तीन साल बाद मैंने प्रधानमंत्री से राहत देने का अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने उसे फिर खारिज कर दिया और पदभार संभाले रहने का आग्रह किया।"
उन्होंने कहा, "साढ़े तीन साल बाद मंगलवार को मैंने प्रधानमंत्री से दोबारा अनुरोध किया कि मैं अपने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा देना चाहता हूं, लेकिन उन्होंने फिर नहीं माना। आखिरकार खुद कदम उठाना पड़ा।" जंग ने शुक्रवार को मोदी से मुलाकात के बाद एनडीटीवी से ये बातें कहीं।
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